

रेवांचल टाईम्स - मंडला प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही आचार संहिता लागू हो गई है जिसके साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारी ने अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने संबंधित विभागों शख्त निर्देश दिए हैं। लेकिन जिले के अधिकतर विभाग चुनाव आयोग व जिला निर्वाचन अधिकारी के आदेशों की धज्जियां उड़ाते नजर आरहे है। ऐसा ही कुछ मामला हमें जिले बीजाडांडी और नारायणगंज में देखने को मिल रहा है इन क्षेत्र में आचार संहिता लगने के बाउजूद धड़ल्ले से अंग्रेजी शराब की बिक्री पान टपरों और चाय दुकानों से की जारही है। या हम ये कहे कि बीजाडांडी शराब दुकान और नारायणगंज दुकान की अंग्रेजी शराब मंडला जिला मुख्यालय तक सप्लाई की जारही है। लेकिन आबकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारी अपनी आँखों पर पट्टी बांधे हुए हैं। अगर हम बीजाडांडी क्षेत्र की बात करें तो उदयपुर में दो चाय दुकानों पर, कालपी में भी दो स्थानों पर इसी प्रकार ग्राम पौड़ी व मानिकसराय में अवैध अंग्रेजी शराब की बिक्री जोरो से की जारही है। बाकायदा बीजाडांडी शराब दुकान के पैकार अपनी बाइक या फोरव्हीलर वाहन में शराब की पेटी रखकर दुकान व टपरों में छोड़कर आते है। और इसी तरह नारायणगंज क्षेत्र में मानेगांव, हाइवे किनारे बने टपरों सहित चिरईडोंगरी एवं फूलसागर में बनी सबसे बड़ी किराना दुकान से अवैध शराब आबकारी विभाग की नाक के नीचे दिलेरी से बेंची जारही है। लेकिन उसके बाउजूद संबंधित विभाग और उसके अधिकारी कर्मचारी अपनी आंखों पर पट्टी बाँधरकर वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह करते नजर आरहे है। अब सवाल यह उठता क्या संबंधित विभाग अवैध शराब बिक्री पर कार्यवाही करेगा या हमेशा की तरह कच्ची शराब के दो चार मटके फोड़ कर और उनके साथ फोटो खिंचाकर वाहबाई टूट कर अधिकारियों की नजरों में हीरो बनने की कोशिश करेगा।
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