विधायक देव सिंह सैयाम ने नही किया विकास तो आने वाले विधायक मंडला का क्या करेंगे विकास
15साल में सिर्फ नारियल फोड़ने और प्रयास करता हूं। बोलकर जनता को दिया धोखा कार्यकर्ता जमकर नाराज
रेवांचल टाईम्स - मंडला आदिवासी बाहुल्य मंडला जिले में तीन विधानसभा है जिनमे मंडला यह जिला आदिवासियों के लिए पूर्णतः आदिवासियों के लिए आरक्षित है जहाँ सरपंच से लेकर सांसद तक के पदों के लिए केवल और केवल आदिवासी ही अधिकृत जन प्रतिनिधि बन सकते है।भारत को आजाद हुए 75 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी आदिवासी बाहुल्य छेत्रो की दुर्दशा आज भी किसी से छुपी नही है जहाँ पर शिक्षा स्वास्थ्य बिजली पानी और सड़क व अन्य सुविधाओ से आज भी इस जिले में निवास रत लोग इन सभी सुविधाओं से वंचित हैं गत दो दशक से लगातार मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार काबिज है जिसमे आदिवासी विधायको का सरकार बनने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता को मुंह की की खानी पड़ी और मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार कमलनाथ के नेतृत्व में बनी जिसमे मंडला विधानसभा से देव सिंह सैयाम लगातार तीन पंचवर्षीय मतदाताओं सिरे से नकारते हुए लगभग आदिवासी समाज में अच्छा खासी दखल रखते है। 2023 विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों ही प्रमुख राजनेतिक दल कांग्रेस और भाजपा अपनी अपनी सरकार बनाने का दावा कर रही है जिसके लिए आदिवासी छेत्रो पर फोकस किया जा रहा है इसी कड़ी में भाजपा का नेतृत्व राजनैतिक अनुभव के सामने राजनीति में आये नए विधायक हवा खाते और मंडला की जनता से वादा खिलाफी करने से नही चूक रहे है।
नैनपुर से लेकर मंडला तक सिर्फ विकास की गंगा बही मगर विकास कही दिखाई दे रहा है।
मंडला जिले के लाडले विधायक देव सिंह सैयाम और उनके कार्यकर्ता पूरी ताकत से कहते हैं। कि मंडला के लिए विधायक ने चरम सीमा पर विकास किया है। मगर विकास कहां है। जोकि मंडला जिले की जनता खोज रही है। मगर कार्यकर्ता बता ही नही पा रहे है। जिससे साफ होता है। कि मंडला विधायक देव सिंह सैयाम ने सिर्फ जनता के साथ खुला धोखा तो किया ही किया है। और जनता की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई मगर अब यह देखना है कि क्या जनता देव सिंह सैयाम को टिकट मिलने पर एक बार फिर जीत का सहारा पहनती है। या फिर लाडले विधायक को हार का सहारा पहना कर विदा करती है। वही दबी जुबान में भी पार्टी के कार्यकर्ता विधायक से नाराज चल रहें है। अंदर अंदर विरोध भी करते है। कही इस विरोध में विधायक जी का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।
नैनपुर को जिला बनाने के लिऐ वचन पत्र में होने के बाद नही किया वादा पूरा
नैनपुर नगर की जनता को मंडला विधायक से पूरी उम्मीद थी। कि नैनपुर को जिला बनाने में मंडला के विधायक देव सिंह सैयाम पूरा सहयोग करेंगे मगर उनके द्वारा जिला बनाओ का धरना प्रदर्शन चालू होते ही विधायक दूरी बना ली की एक दिन भी मंच में आकर जिला बनाओ समिति का समर्थन नहीं किया और लगातार दूरी ही बना कर रखा जिसके कारण नैनपुर की जनता विधायक की कार्यों शैली से नाराज है। और नैनपुर का विकास नहीं होना भी हार का प्रमुख कारण हो सकता है।
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