रेवांचल टाईम्स - प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लगने के बाद भी पुलिस प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में प्राप्त जानकारी के अनुसार रेत के अवैध उत्खनन को लेकर बटली घाट और शहडोल जिला दोनो ही बदनाम हो चुका है। वहीं अब बेशकीमती रेत में जिले के बुढ़ार के मंदिरा करोबारी और चतुर्वेदी नामक युवक की नज़र पड़ गई है। वही मंदिरा का कारोबारी अब रेत के कारोबार में किस्मत आजमाने आगे आ गया है दरअसल जिले में रेत माफियाओं की अवैध रेत निकासी क्षेत्र के संबंधित थाना से साठगांठ करके खनिज का दोहन किया जा रहा है। जिससे जिले की अपार खनिज संपदा को प्रतिदिन लाखो का नुकसान पहुँचाया जा रहा है। वही जिले के शराब का काम देखने वाले ठेकेदार के द्वारा बटली घाट में रेत का अवैध उत्खनन जोरो से करा कर अपनी जेब गर्म की जा रही है। बटली में अवैध रेत माफियाओ के द्वारा रात 10 बजे के बाद से सुबह 6 बजे तक 3 दर्जन से ज्यादा बड़ी गाड़ी लगना कर रेत निकली की जा रही है और रेत को आस पास के सुनसान इलाके निर्माणधीन कॉलोनी बिल्डिंग, निजी स्थल के अलावा शासकीय स्कूलों और जिले के बाहर भी परिवाहन किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार बुढ़ार के मदिरा कारोबारी के द्वारा अवैध तरीके से रेत निकासी का काम सैकड़ो की तादाद में लेबर के साथ कई बड़ी मशीन लगा कर किया जा रहा है। जानकारों की माने तो इस रेत के इस अवैध काम में बुढ़ार में शराब कारोबारी के अलावा शाहिद और अन्य 2 पार्टनर शामिल हैं। जिनका काम अवैध रेत निकासी को दूर दराज के क्षेत्र तक भेज कर ठिकाने लगाना है।
सोती रही स्थनीय पुलिस, एसपी की टीम ने कार्यवाही
बुढ़ार थाना क्षेत्र के जरवाही और बटली घाट में बड़े स्तर पर रेत का अवैध खनन व परिवहन का खेल चल रहा था। विधानसभा चुनाव में धाना क्षेत्र की हर गतिविधियों पर पैनी नजर बनाये रखने का वादा करने वाली बुढ़ार पुलिस सोती रही, जबकि एसपी स्पेशल टीम ने अवैध रेत में दबिश देकर सात ट्रैक्टर जब्त किए है। टीम ने बीती रात जरवाली के सोन नदी बटली घाट में दबिश दी यहां से सात ट्रेक्टरों जब्त कर बुढ़ार पुलिस के सुपुर्द कर दिया। वहीं इसके बाद कई सवाल भी उठने लगे हैं।
क्या बुढ़ार थाना की भूमिका संदिग्ध, उठ रहे सवाल
दरअसल विधानसभा चुनाव में एडीजीपी दिनेश चंद्र सागर और पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक का सभी थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश है कि अपने, अपने थाना क्षेत्रों में हर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखे और तर अवैध गतिविधियों पर कार्यवाही करे, लेकिन क्या बुखार थाना क्षेत्र से कुछ ही किलोमीटर दूर स्थित बटली और जरवाही घाट की अवैध रेत निकासी की गतिविधियों की जानकारी संबंधित थाना प्रभारी को नहीं है। या अवैध रेत पुलिस बल देगे। निकासी की जानकारी होते हुए भी कार्यवाही नही करते हुए खुली छूट दी गईथी? वही अगर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया होता तो, ईमानदार पुलिस अधीक्षक की स्पेशल टीम को वहाँ कार्यवाही नही करनी होती बल्कि बुढ़ार थाना क्षेत्र को ही पुलिस समय रहते कार्यवाही करती।
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