रेवांचल टाईम्स - मण्डला जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में समग्र शिक्षा अभियान सेकेंडरी एजूकेशन द्वारा संचालित स्कूल/छात्रावासों का मरम्मत कार्य नहीं होने के कारण पानी का रिसाव, खिड़किया असुरक्षित और शौचालयों में मरम्मत का काम नहीं होने के कारण भवन जर्जर हो रहे हैं। मरम्मत के लिए लोक शिक्षण संचालनालय ने गत वर्ष बजट उपलब्ध कराया लेकिन मंडला जिला में विभाग की लापरवाही के कारण मरम्मत का कार्य नहीं हो पाया है ।जिससे मंडला के शिक्षा विभाग के मॉडल स्कूलों एवं छात्रावासों के भवनों में समस्या हो रही है। जानकारी के मुताबिक रमसा के सात विकासखण्ड में मॉडल स्कूल एवं छात्रावास संचालित है। बिछिया , मवई , घुघरी , मोहगांव , निवास , नारायणगंज एवं बीजाडांडी विद्यालय एवं छात्रावास भवन मरम्मत कार्य के अभाव में जर्जर होने लगे हैं। भवनों की खिड़कियों में जाली नहीं लगी है। शौचालय में पाइप खराब होने से पानी निकासी में समस्या है। रोशनदान में कांच नहीं होने के कारण भी असुरक्षित है। शौचालय के दरवाजे भी खराब हो गए है। इन समस्याओं के कारण छात्राओं को अत्याधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विभाग के द्वारा मरम्मत कार्य कराए जाने में हद दर्जे की लापरवाही की गई है। जिसके कारण इन शासकीय भवनों में मरम्मत के कार्य नहीं हो पाए है।
लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी हुई थी राशि-
लोक शिक्षण संचालनालय ने 26 अक्टूबर 2022 को छात्रावास में सामान्य मरम्मत कार्य के लिए राशि जारी की गई थी। सभी छात्रावासों को तीन- तीन लाख रूपए प्रदान किए गए थे। कुल 21 लाख रूपए शिक्षा विभाग मंडला को मिले थे। यहां सात छात्रावासों में से किसी भी छात्रावास में पूर्ण रूप से मरम्मत का काम नहीं हो पाया। मार्च 2023 तक यह राशि लेप्स भी हो गई। शासन के द्वारा 21 लाख प्रदान करने के बावजूद भी छात्रावासों की मरम्मत का काम नहीं हो सका। जो विभागीय घोर लापरवाही की ओर इशारा करता है।
आपसी खींचतान में नहीं हो पाए काम-
जानकारी मे आया है कि छात्रावासों की मरम्मत का कार्य विभागीय अधिकारियो की आपसी खींचतान और लापरवाही के कारण नहीं हो पाया है। छात्रावास में कुछ मरम्मत का काम कराया गया था लेकिन विभाग की खींचतान के चलते काम पूरा नहीं हो सका। जो काम छात्रावास में हुआ उसका भुगतान भी नहीं हो सका ।राशि लेप्स हो जाने के कारण भुगतान नहीं कर पाये है। इससे विभागीय अधिकारियों की मनमानी और लापरवाही का अंदाजा लगाया जा सकता है।
डीईओ ने किया था समिति का गठन -
कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी के पत्र क्रमांक
/जि.शि.अधि. / लेखा/20022/41 दिनॉक 09 दिसम्बर 2022 को आदेश जारी कर विभागीय परिसंपत्तियों के संधारण योजना के संबंध में जारी दिशा-निर्देश के परिपालन में योजना-विभागीय परिसंपत्तियों का संधारण भवन प्रभारी एवं पर्यवेक्षण समिति का गठन किया गया था जिस समिति मे नोडल अधिकारी एल.एस.मसराम तत्कालीन योजना अधिकारी एवं वर्तमान सहायक संचालक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, सदस्य श्रीमती मुन्नी वरकडे तत्कालीन प्राचार्य शासकीय उ.मा.वि. मॉडल बीजाडांडी एवं वर्तमान डीईओ, एवं अन्य सदस्य समस्त अधीक्षक कन्या छात्रावास (समग्र शिक्षा अभियान) बिछिया / मवई / घुघरी / मोहगांव / निवास / नारायणगंज एवं बीजाडांडी नियुक्त होने के बाद भी घोर लापरवाही और बंदरबाट में सुलह न हो पाने के चलते मरम्मत कार्य नही हो सका और राशि लेप्स हो गयी।क्या ऐसे भ्रष्ट ऐअधिकारियों के ऊपर कोई जवाब देही प्रशासन निश्चित नहीं करता है? यही हाल जनजाति कार्य विभाग में भी है।
इनका कहना है -
इस संबंध पूर्व डीईओ ही जानकारी दे सकती हैं कि राशि कैसे लेप्स हुई।
मुन्नी बरकड़े
डीईओ, मण्डला,
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