रेवांचल टाईम्स - मंडला, जिले की निवास जनपद पंचायत के जनपद उपाध्यक्ष ने की मंच से आत्मदाह की घोषणा निवास दो दिन के महाबंद के बाद पुनः हुआ निवास बंद का ऐलान दलगत राजनीति से अलग होकर संघर्ष समित की मांग को मिला व्यापक जन समर्थन मांग पूरी न होने पर विधानसभा चुनाव मे बन सकता है अहम मुद्दा
मण्डला निवास जिला बनाओं संघर्ष समिति को नगर से लेकर ग्रामीण इलाकों से भी व्यापक जन समर्थन मिल रहा है, समिति के द्वारा "निवास को जिला बनाओं" की मांग को लेकर बनाये गये सैल्फी प्वाइंट मे नगर से लेकर गांव कस्बों के महिला, पुरूष एवं युवा आकर अपनी सहमति दर्ज कराते हुए अपनी फोटो निकवाते देखे जा रहे हैं, जो आज यह अनोखी जिले की मांग जनचर्चा मे है।
जिले की मांग को लेकर सोसल मीडिया चलाया जा रहा है अभियान -
निवास संघर्ष समिति के लोग अपनी मांगों को सोसल मीडिया मे पोस्ट अभियान चलाया कर अपनी बात सरकार के पास पहुंचाने का काम भी कर रहे हैं। जिसमें निवास के ही राजीव जायसवाल ने सोसल मीडिया मे पोस्ट डालकर निवास की दशा और दुर्दशा का बयान किया है उनका कहना है कि क्षेत्रीय नेताओ में राजनैतिक महत्वाकांक्षा के आभाव से जो तहसील जिले के रूप में होनी थी आज वह खंड खंड बट गई । जब शाहपुरा, मेहेंदवानी नारायणगंज को निवास से अलग किया गया तो जिले की प्रस्तावित माँग पर गंभीर क्यो नही हुये ! जन प्रतिनिधियों का दायित्व और कर्म है वे जनता जनार्दन के हित मे आगे रहे ।
गौंड शासकों के वन भ्रमण के दौरान ठौर (विश्राम) करने बाद निवास का उदय हुआ । उन्होंने ही इस भूमि पर मानव वस्ती जीवन की वसाहट में योगदान दिया। अंग्रेजो ने इस स्थान यानी निवास को वर्ष 1904 में तहसील बनाया जो 1914 में कार्य मे आई वृहद क्षेत्रफल (117 कि.मी. एक छोर से अंत तक) कि निवास तहसील अविभाजित मध्यप्रदेश की झाबुआ बाद दूसरी सबसे बड़ी तहसील थी। पांच विकासखंडों की तहसील में 2 विधानसभा निवास ओर शाहपुरा थे, औद्योगिक क्षेत्र मनेरी, राष्ट्रीय जीवाश्म उद्यान घुघवा आते थे ।
उपेक्षित निवास आज एक मात्र विकास खंड का बचा है । क्षेत्रीय जनता बबलिया मनेरी ओर बिछिया (शाहपुरा ) को विकाशखण्ड बनाये जाने के साथ निवास जिले की आवाज लगभग 4 दशक से कर रही है। मध्यप्रदेश मार्च 1983-84 विधानसभा में तत्कालीन राजस्व मंत्री मुनि प्रसाद शुक्ल ने जिला पुनर्गठन आयोग गठित कर सुझाव माँगा, आयोग ने निवास सहित 27 तहसीलों को जिला बनाने सिफारिश की गई थी। निवास और बीना छोड़ सभी तहसीलें जिले के रुप में अस्तित्व में आई जिसमे कटनी, डिंडोरी आदि है जो विकास की ओर बढ़ रही है
निवास का दुर्भाग्य कहे कि जिसे जिला होना था उस निवास के अनेक आफिस अन्यत्र चले गये ? जनप्रतिनिधियों की खामोशी नही टूटी, निवास की सुध नही ली।
परिणाम स्वरूप स्थानीय लोगो ने आंदोलन का रुख अख्तियार किया निवास जिला माँग नही अधिकार है के चलते निवास दो दिन महाबंद के सफल आयोजन के बाद पुनः निवास बंद करने की घोषणा की जा रही है। रोजक बात निवास नगर से लेकर कस्बो तक मे भी समर्थन मिल रहा है।
मांग यह भी है कि केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का गृहग्राम बबलिया, औद्योगिक क्षेत्र मनेरी और डिंडौरी जिले के ग्राम बिछिया (शाहपुरा )को विकास खण्ड बनाया जाये।
जनपद पंचायत उपाध्यक्ष ने किया मंच से का आत्मदाह ऐलान -
निवास जनपद पंचायत उपाध्यक्ष घनश्याम सूर्यवंशी ने दो दिवसीय बंद के आयोजन के दौरान चल रही सभा मे अपने उद्बोधन मे मंच से कहा कि सरकार निवास को जिला की घोषणा नही करता है तो मे जिले की मांग को लेकर हर समय हर वक्त संघर्ष समिति के साथ हूं अगर जिले की मांग सरकार नही मानती है तो आत्मदाह जैसे कदम उठाकर मांग मनवाने के लिए तैयार हूं।
दलगत राजनीति से अलग होकर संघर्ष समित की मांग को मिला व्यापक जन समर्थन-
जिले की मांग को लेकर सभी दलों के लोगों का समर्थन मिल रहा है संघर्ष समिति के विगत दिवस निवास बंद के दौरान वर्तमान विधायक डाॅ. अशोक मर्सकोले, पूर्व विधायक राम प्यारे कुलस्ते, पूर्व जनपद जिला पंचायत सदस्य विजय सरवटे, जिला पंचायत सदस्य भूपेंद्र बरकड़े, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष चैन सिंह बरकड़े, नारायण गंज जनपद अध्यक्ष सहित क्षेत्रीय जनों का समर्थन मिला।
राजनीतिज्ञों ने बताया की मांग पूरी न हो पर चुनाव का बन सकता है अहम मुद्दा-
दसको चल रही जिले की मांग अब पूरे सबाव में देखी जा रही है, राजनीतिज्ञों का मानना है कि अगर चुनाव से पहले सरकार अगर निवास को जिला की घोषणा नही करती तो यह निश्चित है, कहीं न कहीं यह मुद्दा चुनाव मे अहम मुद्दा बन सकता है।
इनका कहना है-
आत्मदाह की घोषणा से प्रशासन ने जिला बनाने के लिए तो नहीं लिखा, किंतु मेरे ऊपर धारा 40 की कार्रवाई की तैयारी हो चुकी है मगर मैं झुकाने वाला नहीं ना डरने वाला यह समझूंगा कि यह मेरे सौभाग्य हैं निवास को जिला बनाने के लिए मैं पद से पृथक होने को तैयार हूं।
घनश्याम सूर्यवंशी
उपाध्यक्ष
जनपद पंचायत, निवास
घनश्याम जी तुम्हें कुछ भी नहीं होने दिया जाएगा अधिवक्ता संघ निवास जिला बनाओ संघर्ष समिति के साथ है निवास क्षेत्र की पूरी जनता जिला बनाओ संघर्ष समिति के साथ है कोई कार्रवाई नहीं होगी।
प्रदीप जैन
संयोजक, निवास
जिला बनाओं संघर्ष समिति, निवास
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