रेवांचल टाईम्स - पटवारियों के कलमबंद हड़ताल के 24 दिन बीत जाने के बाद भी सोई है सरकार।प्रदेश भर में पटवारियों का आंदोलन हो रहा तेज और आक्रोशित।
गिरदावरी-फसल पंजीयन,राहत कार्य सहित किसानों के सारे काम पड़ा है ठप्प। परेशान हो रहे है किसान और आमजन।
मध्यप्रदेश के पटवारियों का विगत 24 दिनों से जारी कलमबंद हड़ताल से किसान सहित पटवारी भी आक्रोषित होने लगे है। पटवारी प्रदेश भर में नए नए प्रयोग करके सरकार की नींद उड़ा रहे है इसके बाद भी सरकार सोई हुई है।
कलमबंद हड़ताल को आंगे बढ़ाते हुए म.प्र.पटवारी संघ तहसील शाखा शहपुरा जिला डिंडोरी के अध्यक्ष सोहन साहू ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौप आमरण अनशन की चेतावनी दे दी है। ज्ञापन में लेख है कि मुख्यमंत्री ने 2007 में पटवारियों की मांगों को मानने के लिए घोषणा कर थे किंतु आज 17 साल बाद भी वेतन विसंगति दूर करने संबंधी आदेश जारी नहीं किया है जिससे पटवारियों में सरकार के प्रति निराशा का भाव है,सरकार को कहा गया कि 48 घण्टे के भीतर पटवारियों की मांगों को मानकर आदेश पारित करें अन्यथा न्याय पाने के लिए आमरण अनशन कर अपना जान त्याग कर देंगे।
पटवारियों की वेतन विसंगति संबंधी मांग लगभग 28 वर्ष पुरानी है।पटवारियों को28 वर्ष पुराने मानक के आधार पर वेतन और भत्ते दिया जाता है जैसे कि 258 रुपये प्रतिमाह कमरा किराया,300 रुपए प्रतिमाह डीजल पेट्रोल का भत्ता,2100 ग्रेड पे अनुसार वेतन।विगत 28 वर्षों में महंगाई आसमान में पहुँच गया,अनेक विभागों के वेतन में सुधार हो गया किंतु पटवारियों का वेतन जस का तस बना हुआ है। सरकार विगत 17 वर्ष से आश्वासन दे रही है किंतु भरोसा सिर्फ कोरा है।आमरण अनशन का ज्ञापन पटवारी ने अपने साथियों और संघ लीगल एडवाइसर अधिवक्ता निर्मल कुमार साहू के साथ तिरंगा थाम भारत माता की जय के साथ एसडीएम शाहपुरा निशा नापित ज्ञापन दिया गया।
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