रेवांचल टाईम्स - मंडला आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला का सौभाग्य कहां जाएं या दुर्भाग्य, कारण जो भी पर मंडला जिला की विकास खण्ड मोहगांव के अंतर्गत आने वाली शासकीय प्राथमिक शाला तालाब टोला रमपुरी में पदस्थ प्राथमिक शिक्षका श्रीमती सुनीता चौकसे का स्वास्थ्य लगभग वर्ष 2020 से खराब चल रहा है, जिसके चलते श्रीमती सुनीता चौक्से विगत 03 वर्षों से शाला में अनुपस्थित चल रही हैं, और उनका छोटा पुत्र विनीत चौकसे अपनी मां सुनीता चौकसे के हस्ताक्षर शिक्षकान रजिस्टर में कर रहा है, और अपनी मां के स्थान पर स्वयं पढ़ाने शाला जा रहा है। जिसको जानकारी विकास खण्ड मोहगांव के बीईओ, बीआरसी, संकुल केन्द्र के प्रभारी और रमपुरी के शासकीय प्राथमिक शाला तालाब टोला में पदस्थ प्रधानाध्यापक कंधी लाल यादव को सब कुछ मालूम होने के बावजूद उक्त मामले को दबाकर रखा गया था।
नियम विरुद्ध शिक्षा जैसे पेसा से चल रहा था खिलवाड़
उल्लेखनीय है कि प्राथमिक शिक्षिका का लम्बे समय से स्वास्थ्य खराब चल रहा था तो छः माह का मेडिकल ले लेना था, या फिर बीआरएस लेकर बैठ जाना था, लेकिन तनख्वाह की लालच में नियम विरुद्ध महिला शिक्षिका श्रीमती सुनीता चौकसे के द्वारा अपनी शाला से बगैर अवकाश के अनुपस्थित रहकर अपने स्वयं के पुत्र को अपने स्थान में पढ़ाने के लिए भेजकर स्वयं के पुत्र से उपस्थित रजिस्टर में अपने हस्ताक्षर करवा रही है, और संकुल केंद्र प्रभारी अमर लाल यादव व प्रधानाध्यापक कंधी लाल यादव के द्वारा महिला शिक्षिका श्रीमती सुनीता चौकसे से सांठ-गांठ कर अनुपस्थि रहते हुए बगैर अवकाश के तीन वर्षों से वेतन पत्रक बनाकर भेजते रहे और श्रमती सुनीता चौकसे के वेतन आहरण करवाते रहे। जिसकी जिसकी शिकायत शिकायतकता प्रभात कुमार चौकसे ने बीते दिनांक 19 सितम्बर 2023 को कलेक्टर मंडला और दिनांक 21 सितम्बर 2023 को पुलिस अधीक्षक मंडला को लिखित शिकायत का निष्पक्ष जांच का सम्बंधित दोषियों के विरुद्ध उचित जांच करने की मांग की गई हैं।
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