रेवांचल टाईम्स - मंडला जिले में विगत दिवस बबलिया से नारायणगंज जाने वाले मार्ग ग्राम सुखराम में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ। प्रथम दिवस विलुप्त हो रही खाद्यान्न की प्रजातियों के संरक्षण के लिए सतत प्रयासरत मिलेट के जानकार नरेश बिस्वास जी ने लगभग 9 से 10 प्रकार के मिलेट यानी मोटे अनाज की पहचान कराई। उनके उत्पादन से व्यवसाय तक की महत्वपूर्ण जानकारी दी। द्वितीय दिवस मुख्यातिथि और प्रमुख वक्ता के रूप में जबलपुर से पधारे श्री के.एस. नेताम संयुक्त संचालक कृषि कल्याण एवम किसान विकास जबलपुर ने लगभग तीन घंटे से ज्यादा समय तक उपस्थित किसानों और शिक्षित युवाओं को बड़े लक्ष्य तय कर ग्राम विकास की ढेर सारी बातें कर सबको मोटिवेट किया। मिलेट ईयर के अंतर्गत रागी, कोदो, कुटकी आदि फसल से बड़े स्तर पर व्यवसाय किए जाने हेतु एफ.पी.ओ. बनाकर सहयोग किए जाने की बात की सबको विस्तृत समझाईस दी।
इसके अलावा उपरोक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्रीआर.डी.जाटव परियोजना संचालक कृषि कल्याण किसान विकास विभाग मंडला,
श्री देवेंद्र कुमार बारस्कर सहायक संचालक कृषि आत्मा परियोजना,
श्री रंजीत कछवाहा सी.ई.ओ. कान्हा कृषि वनोपज प्रोड्यूसर कंपनी विछिया , श्री आर.पी. अहिरवार वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र मंडला, श्री विजय कुमार अमूलकर, श्री मोहित गोल्हानी ब्लॉक तकनिकी प्रबंधक, रायसिंह सोलंकी बी.टी.एम, श्री दिनेश यादव रिलायंस फाउंडेशन ,श्री अनिल कुमार शुक्ला एफ.पी.ओ प्रतिनिधि ,
रेखा परस्ते ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की उपस्थिति रही।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम में दोनो दिन लगभग 70 से ज्यादा किसानों की सक्रिय सहभागिता रही। सभी के लिए दोनो दिन स्थानीय देशी अनाज से निर्मित भोजन करवाया गया जिसमे देशी अरहर दाल जिसको सब्जी के रूप में उपयोग किया जाता है। कोदो का चावल, कुटकी की खीर, रसायनमुक्त सब्जी और देशी सुगंधित चावल एवम पूरी का स्वाद सबने पसंद किया। अंत में एफ पी ओ निर्माण किए जाने हेतु कम्पनी में जुड़ने इच्छुक कुछेक किसानों ने स्वयं सहयोग किए जाने की इच्छा जाहिर की । उपस्थित सभी किसानों को प्रशिक्षण की अध्ययन सामग्री बैग, कृषि आदान का निःशुल्क वितरण किया ।
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