जरूरत नहीं थी फिर भी भाई को बना दिया अतिथि शिक्षक अध्यक्ष को नहीं मालूम कि वो अध्‍यक्ष बने हैं मनमर्जी से स्कूल आती जाती हैं प्रधानाध्यापिका शिक्षा के मंदिर में चल रहा है भर्रा शाही - revanchal times new

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निष्पक्ष एवं सत्य का प्रवर्तक

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Monday, August 28, 2023

जरूरत नहीं थी फिर भी भाई को बना दिया अतिथि शिक्षक अध्यक्ष को नहीं मालूम कि वो अध्‍यक्ष बने हैं मनमर्जी से स्कूल आती जाती हैं प्रधानाध्यापिका शिक्षा के मंदिर में चल रहा है भर्रा शाही

 



रेवांचल टाईम्स - मण्डला आदिवासी बाहुल्य जिले में आज भी शिक्षा का स्तर निम्न है और जिले में बेठे जिम्मेदार अधिकारी के मनमाने रवैया के चलते शिक्षकों की जहाँ पर आवश्कता है वह से शिक्षक नदारद रहते है और जिन स्कूलों में शिक्षक तो वह समय में नही पहुँच पा रहे है आज भी जिले में शिक्षा व्यवस्था वेंटिलेशन में दिखाई पड़ रही है। 




          वही मंडला जिले के विकास खण्ड घुघरी के स्कूलों का बुरा हाल है न कोई देखने वाला है और न ही कोई सुनने वाला है वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 28 बच्चों की पढाई के लिए दो शिक्षक पर्याप्त हैं, नियमानुसार यहॉ अतिथि शिक्षक की जरूरत नहीं थी, फिर भी घुघरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत कुंटीददरगांव के केवलार टोला में संचालित प्राथमिक शाला की प्रधानाध्या‍पिका श्रीमति रूकमणी खैरवार नें अपने भाई भागवत खैरवार को अतिथि शिक्षक बना लिया है। स्थानीय लोगों एवं अध्ययनरत बच्चों  की मानें तो दोनों भाई बहिन नियमित स्‍कूल नहीं आते हैं। 4-5 दिन में आये भी तो आने-जाने का समय निश्चित नहीं है। मध्यान्ह  भोजन भी ठीक से नहीं दिया जाता, राशन में भी हेराफेरी की जा रही है। पिछले दिनों मेडम के दूसरे भाई को स्कूल से राशन ले जाते स्थानीय लोगों ने देखा था जिसकी शिकायत भी की गई थी। किन्तु जॉच में बहाना बताते हुए कह दिया गया था कि राशन खराब था इसलिए चेंज करने के लिए ले गये थे। स्कूल के लिए दो गेंस टंकी खरीदी गई थी जिसमें से एक गेंस टंकी का उपयोग मेडम जी अपने घर पर कर रही हैं। बताया गया कि, यदि लोगों को स्कूल संबंधी कोई दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है तो मेडम जी अपने घर बुलाकर देती हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि दिनांक 20.09.2021 में हीरालाल बगधरिया को पालक शिक्षक संघ का अध्यक्ष बना दिया गया, लेकिन अध्यक्ष को नहीं मालूम कि वो अध्यक्ष है इनके हस्ताक्षर मेडम स्वयं कर लेती हैं। वर्ष 1997 से संचालित इस स्कूल का भोजन कक्ष अधूरा पड़ा है, शौचालय जर्जर स्थिति में है, लेंटर टपक रहा है, एवं फर्श उखड़ रहा है। बैगा बाहुल्य इस ग्राम की तरफ हमारे उच्चाधिकारी एवं जन प्रतिनिधियों का ध्या‍न नहीं है जबकि पीडि़त लोग पूर्व सरपंच रामचरण पट्टा के नेतृत्व में अनेकों बार उक्त रवैये की शिकायत कर चुके हैं।

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