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Wednesday, June 28, 2023

चंद घण्टों की बारिश में भ्रष्टाचार की खुली पोल, लाखो की लागत से बना अमृत सरोवर बहा


दैनिक रेवांचल टाइम्स - मंडला जिले में इन दिनों भ्रष्टाचार अपने चरम पर है यही नहीं भ्रष्टाचार के नाम पर पुल पुलिया जलाशय बांध सबसे अधिक कारागार सिद्ध हो रहे हैं ऐसा ही कुछ मामला निवास जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सुखरी से सामने आया है यहाँ पर 2 महीने पहले ही अमृत सरोवर जलाशय का निर्माण कराया गया था जिसकी लागत करीब 50 से 60 लाख बताई जा रही है। लाखों की लागत से बना भारी और विशाल बांध के रूप में दिखने वाले जलाशय को कुछ पल की बारिश ने अपने आघोष में समेट लिया जो जिले के निर्माण कार्यो में हो रहे भ्रष्टाचार का जीता जागता उदाहरण है।

ऐसे अनेकों निर्माण कार्य निवास जनपद पंचायत और मंडला जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में देखने को मिल रहे हैं सबसे ज्यादा अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत मनरेगा आर.ई.एस. एजेंसी द्वारा यह निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं यह जलाशय फूटने से साफ नजर आता है कि बाकी के बांधों की स्तिथि है क्या होंगी साथ इस बांध के टूटे से भ्रष्टाचार की पोल तो खुल ही गई है लेकिन अब सवाल यह उठता है कि जिले के अन्य विकासखंडों में बने अमृत सरोवर क्या गुणवत्ता युक्त बने है-? 


भाजपा नेताओं का चल रहा ठेका राज


इस समय सत्ता सरकार की पावर में मगरूर झूमते भाजपा नेताओं मैं ठेकेदारी करने की बाढ़ सी आ गई है और अपनी सरकार का पावर दिखाते हुए धौंस जमा कर बड़े ठस्से ठाई के साथ ठेकेदारी कर रहे है। कोई अपने बड़े नेता मंत्री सांसद तो कोई अपने खुद के पद की धौंस अधिकारियों पर जमाता हुआ नजर आ रहा है। 

वही हमारे सूत्रों ने बताया कि निवास जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत सुखरी जो अमृत सरोवर टूटा है उसको कुछ माह पहले निवास मंडल के भाजपा मंडल अध्यक्ष व कुछ अन्य नेताओं ने मिल झुलकर बनाया था जिसके निर्माण की पोल पहली ही बारिश में खुल गई है। जलाशय की तस्वीरे अपनी दास्तां बयां कर रही है कि किस कदर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है।


पैसे का बंदरबांट करके चट्टानों पर बना दिया अमृत सरोवर


सत्ता सरकार की दम पर माल केसे अंदर किया जाता है कोई इन नेताओ से सीखे जिन्होंने ग्राम पंचायत गुंदलाई मे 100 एकड़ आबादी भूमि घोषित चट्टानों को भी पानी देना सिंचित करना नही भूले ..और अपने नेताओ से फीता कटवा कर लाखो का डेम निर्माण कार्य करा दिया जहां दूर दूर तक किसान का हल नही चल सकता। यह सब खेल नेताओ व अधिकारियों की मिलीभगत से जन्ता के पैसों को पानी बहाया जारहा है।


अधूरे काम की शिकायत पर नही हुई कोई कार्यवाही ग्रामीण परेशान


वही ग्राम पंचायत हीरापुर के ग्रामीणों ने लिखित शिकायत करते हुए, अधिकारियों को सचेत किया था कि सत्ता सरकार और नेताओ की धमकियों पर दबे अधिकारियों ने आज तक सुध नही ली. ग्रामीणों का कहना है। स्टॉप डैम, पुलिया निर्माण कार्य में भी लाखो का भ्रष्टाचार किया गया है जिसमे भी ठेकेदार नेताओ की साठ गांठ से पैसा निकाल लिया गया है और काम आज भी अधर में पडा हुआ है  शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही होती नजर नही आरही है। 


अधिकारियों को भ्रष्टाचार करना शिखा रहे नेता


जिले में भ्रष्ट प्रशासन होंने का श्रय नेताओं को ही जाता है. जहां जमीन स्तर से लेकर असमना तक के नेता अब अधिकारियों को गोल मॉल करने का पाठ पढ़ा रहे जिसने मानी उसने अपनी नौकरी अच्छे से करली और जिसने नही मानी उसका नेता जी के फोन पर ट्रांसफर हो गया काम अधूरे पड़े हुए है। जब भी पूरा पैसा गायब करना ठेकेदार बने नेताओ का काम है जिसका कुछ परसेंट कमीशन अधिकारी को दिया जाता है चाहे फिर वह इंजिनय हो या फिर और कोई अधिकारी निवास क्षेत्र में विकास के नाम पर नेताओ ने जिम्मेदार अधिकारियों के साथ मिल कर अपने घर परिवार का विकास कर डाला।

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