विकास कार्य ठप्प, बेहासी में सभी जवाबदार, नेता और नौकरशाह नहीं दे रहे ध्यान नागरिक नाराज - revanchal times new

revanchal times new

निष्पक्ष एवं सत्य का प्रवर्तक

Breaking

Thursday, June 15, 2023

विकास कार्य ठप्प, बेहासी में सभी जवाबदार, नेता और नौकरशाह नहीं दे रहे ध्यान नागरिक नाराज




रेवांचल टाईम्स - मंडला। चुनावी वर्ष में विकास कार्यों को अमली जामा पहनाने में विषेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जबकि जानकारों की माने तो इस वर्ष में विकास कार्यों की गति तेजी के साथ आगे बढऩी चाहिये जो संपूर्ण मध्यप्रदेष सहित मंडला जिले में आगे नहीं बढ़ पा रही है। राजनैतिक दल चुनावी तैयारी में लगे हुए हैं और इनके जनप्रतिनिधि सिर्फ घोषणाओं पर घोषणाएं करते जा रहे हैं। विकास कार्यों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जन प्रतिनिधियों के ध्यान न देने की वजह से सरकारी तंत्र इसका फायदा उठा रहा है। जिसकी वजह से विकास कार्य ठप्प पड़े हैं। नागरिकों का मानना है कि भविष्य में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। विकासकार्यों को लेकर जिस तरह लापरवाही बरती जा रही है उसकी वजह से वर्तमान सरकार की प्रतिष्ठा प्रभावित हो रही है। यदि विकास की गतिविधियों पर ध्यान नहीं दिया गया तो कर्नाटक जैसे हालात मध्यप्रदेश में भी निर्मित हो सकते हैं। वैसे भी मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन की लहर दिखाई दे रही है। अगर वर्तमान सरकार जल्दी नहीं जागी और हकीकत के धरातल में विकास कार्याे को नहीं कराया गया तो लंबे समय से नाराज नागरिक निष्चित रूप से परिवर्तन करेंगे ऐसी पूरी संभावना दिखाई दे रही है। ज्ञात हो कि वर्तमान में भाजपा की सरकार से नागरिक ज्यादा नाराज दिखाई दे रहे हैें और चुनावी वर्ष में विकास कार्यों के प्रति बेहोषी की वजह से नागरिकों की नाराजगी दिनों दिन बढ़ती जा रही है। खासकर मध्यप्रदेष के मंडला जिले में विकासकार्यों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। खराब सड़कें पहले से ही पहचान बन गई हैं जिससे नागरिक भी परेषान हो गए हैं। जबलपुर मंडला राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण सबसे लापरवाही है। भ्रष्ट तंत्र की वजह से लगभग 8 साल बीत जाने के बावजूद भी मंडला जबलपुर मार्ग का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। और न इस संबंध में कोई ध्यान भी नहीं दिया जा रहा है। इसी तरह मेडिकल कॉलेज का भवन, जमीन आवंटन के अभाव में नहीं बन पा रहा है जिसकी वजह से मेडिकल कॉलेज का सपना अधूरा रह गया है। रेल सुविधाओं का विस्तार नहीं हो पा रहा है। चारों तरफ से रेल सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। उद्योगों की स्थापना और पर्यटन विकास पर ध्यान नही दिया जा रहा है। बड़े दुर्भाग्य की बात है कि इस जिले में दो-दो सांसद एवं केन्द्रीय राज्य मंत्री रहने के बाद भी जिले का विकास नहीं हो पाया है। ये सिर्फ अपनी रोटी सेंकते रहे और विकास कार्यो की तरफ पीठ करके बैठ गए हैं। केन्द्र व राज्य सरकारों की सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में भी कोई खास ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कुल मिलाकर घोर लापरवाही बरती जा रही है। और शासन प्रषासन द्वारा विकास कार्यों पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लोगों का मानना है कि कर्नाटक जैसी स्थिति मध्यप्रदेश में भी निर्मित होगी ऐसा प्रतीत हो रहा है।

No comments:

Post a Comment