रेवांचल टाईम्स - आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला यू तो भ्रष्टाचार का चारागाह बना हुआ है हर तरफ खुलेआम भ्रष्टाचार ग़बन का खेल चल रहा है और जिम्मेदार अधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने अपनी आँख ही बन्द कर रखी है और जनता त्रस्त हो चुकी आखिर जाए तो जाए कहा और शिकायत करें भी तो किस्से जिले की मुखिया आये दिन आदेश जारी करती है और बैठकों में शक्त आदेश देती है पर निचला आमला उन आदेशो पर अमल करता नजर नही आ रहा है।
मध्यप्रदेश के मंडला जिले में यू ंतो खनिज सामग्रियों की लूट तो मची ही हुई है लेकिन इसके दोहन के लिए जो तरीका उपयोग किया जा रहा है उससे जिले में खतरा बना हुआ है। इस समय जिले में चर्चा फैली हुई है कि अवैध तरीके से जहां देखो वहां स्टोन क्रेषर चल रहे हैं। स्टोन क्रेषरों में चट्टानों को तोडऩे के लिए या पत्थरों को तोडऩे के लिए ब्लास्टिंग की जा रही है। स्टोन क्रेषरों के आसपास खासकर मध्यप्रदेष के मंडला जिले की तहसील नैनपुर के पठारी क्षेत्र के ग्रामों में संचालित अधिकांष स्टोन क्रेषरों में अवैध तरीके से ब्लास्टिंग किये जाने की खबर मिली है। इस क्षेत्र के नागरिक बताते हैं कि जब देखो तब धमाका कर दिया जाता है जिससे पूरा क्षेत्र दहल जाता है। जब ब्लास्टिंग होती है तो ऐसा लगता है जैसे धरती हिलने लगी है। जोरदार ब्लास्टिंग चट्टानों और पत्थरों को तोडने के लिए की जा रही है। अवैध तरीके से की जा रही ब्लास्टिंग से नागरिकों को भारी खतरा है। बताया जा रहा है कि शासन प्रषासन की सांठ गांठ से स्टोन क्रेषरों में ब्लास्टिंग कराई जा रही है। क्रेषरों से आसानी से पत्थर निकाले जा रहे हैं। इसके अलावा स्टोन क्रेषर संचालन नियमों का पूरा तरह पालन नहीं किया जा रहा है। यहां कुल मिलाकर धांधली चल रही है और शासन प्रषासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जनापेक्षा है शासन प्रषासन द्वारा सभी स्टोन क्रेशरों की जांच पडताल कराई जाए और अवैध तरीके से चल रहे स्टोन क्रेशरों को तत्काल बंद कराया जाए। साथ में अवैध ब्लास्टिंग को बंद करने की परिणामकारी कार्यवाही की जावे।
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