सरहदी भूमि कहा गायब हो गई। राजस्व विभाग को नही पता राजस्व विभाग क्यों करवाता है।सीमांकन
सिविल हॉस्पिटल को जोड़ने वाली सड़क में अवैध कब्जा कर बंद कर दी सड़क
रेवांचल टाईम्स - मंडला जिले के विकास खण्ड नैनपुर अंग्रेजी शासन काल से बनाए गए अंतरराष्ट्रीय गोहा मार्गो पर आए दिन अतिक्रमण करने की बात सुनाई दे रही है। वहीं नागरिकों द्वारा सड़क बनाने की मांग भी दोहराई जा रही है। इस ओर राजस्व विभाग का कोई ध्यान नहीं है। जिससे सड़कें नक्शे पर अंकित है। लेकिन मौके पर संकरी गलियों में तब्दील हो गई है। इसी तरह तहसील कार्यालय व चर्च से लगी श्मशान घाट की भूमि भी विलोपित हो चुकी है। इन भूमियों का सीमांकन किया जाना अति आवश्यक होता जा रहा है। तहसील कार्यालय की भूमि का सीमांकन नगर के वार्ड क्रमांक 2 में वर्षों से तहसील कार्यालय एंव अनुविभागीय राजस्व कार्यालय संचालित होता आ रहा है। इस कार्यालय निर्माण के लिए शासन द्वारा काफी वृहत मात्रा मे भूमि आवंटन की गई है। जो विवाद के घेरे में आती जा रही है। इस शासकीय भूमि का सीमांकन कर चिन्हांकित करने मांग की जा रही है। ज्ञात हो तहसील मद की राजस्व रिकार्ड में लम्बी चौड़ी भूमि अंकित है। लेकिन वर्तमान में उक्त भूमि गायब होती जा रही है। जिससे नगर के पूर्व पटवारीयों ने ऐसा खेल रचा है। की शासकीय भूमि पैसों वालों के नाम दर्ज हो चुकी है। वही शासकीय भूमि कम हो रही है ।तो दूसरी तरफ भूमि स्वामियों के बीच आपसी विवाद बेमनस्ता बढ़ती जा रही है। मगर जिला प्रशासन मोन साधना में है। जोकि बड़ा सवाल खड़ा कर रहे है।
नैनपुर सिविल अस्पताल पहुंच मार्ग पर सड़क पर कर लिया कब्जा सड़क निर्माण की मांग उठी
वार्ड क्रमांक 9 ठेकेदारी मोहल्ला से होते हुए वार्ड क्रमांक 14 सिविल अस्पताल आईटीआई एवं ग्राम पंचायत अतरिया धनौरा पहुंच मार्ग जोकि नक्श और शासकीय दस्तावेजो में रोड दर्ज है। मगर अवैध कब्जाधारियों रोड बंद कर दी और कुछ जगह अब मात्र संकरी गली में तब्दील हो गया है। जिससे आगामी दिनों में निर्माण होने वाला सिविल कोर्ट तक पहुंचना आम नागरिकों पक्षकारों एवं मरीजों के लिए आसान हो सकेगा। इसी प्रकार वार्ड क्रमांक 14 सीताराम टोला से होते हुए शासकीय खाद भंडार गृह आईटीआई सिविल अस्पताल मुख्य मार्ग भी सकरा होता जा रहा है। किसानों के द्वारा कृषि कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा लोगों के द्वारा गोहा की भूमि पर भवन निर्माण कर लिया गया है तो कुछ लोग अपनी सम्पत्ति बताकर बेंच रहे हैं। इस महत्वपूर्ण मार्ग का सीमांकन के बाद तत्काल रोड बनाए जाने की मांग स्थानीय लोग कर रहे हैं। हेल्प लाईन 181 पर रितेश नवानी के द्वारा तहसील व आसपास के खसरो की भूमि का सीमांकन करने शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसके सीमांकन के लिए 20 जून की तिथि निर्धारित की गई। लेकिन अज्ञात कारणों से उक्त निर्धारित दिनांक को सीमांकन नहीं हो।अगर सीमांकन होता है। तो बड़ा खुलासा होगा।
राजस्व विभाग में दर्ज 60 फीट चौड़ा गोहा गलियों में परिवर्तित हुआ...
वही जोड़ने वाला 60 फिट का गोहा आज गली बनकर रह गया है। लोग कब्जा कर निजी उपयोग कर रहे हैं। इस संबंध में लगातार सीमांकन करने की भी मांग किसान एवं आम लोगों के द्वारा उठाई जाती आ रही है लेकिन इस मांग पर ध्यान नही दिया जाना समस्या उत्पन्न कर रहा है। ज्ञात हो कि ग्राम देवानी नदी के इस पार से एक गोहा जिसकी दस्तावेजों में चौड़ाई 60 फीट होना बताया गया है, जो सीधे चलते खेरमाई माता मंदिर के पीछे से रेलवे चकोर पुल के नीचे से होकर स्थानीय श्मशान घाट के सामने से होते हुए सीधे नैनपुर के वार्ड क्रमांक एक पहुंचता है। जिस पर आज लोगों के द्वारा कब्जा कर मार्ग को संकरा कर दिया गया है। गोहा की शासकीय मत की भूमि पर अपना कृषि कार्य किया जा रहा है। वहीं अनेक स्थानों पर बड़े पक्के मकान बना लिए गए हैं जिससे निस्तारित गोहा समाप्त होने की कगार पर पहुंच चुका है। ग्रामीणों ने अधिकारियों के समक्ष है।
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