दैनिक रेवांचल टाइम्स - मंडला इन दिनों जनजातीय विभाग मंडला द्वारा जिले के करीब 50 शैक्षणिक संस्थाओं में मरम्मत का कार्य चल रहा है। लेकिन उक्त शैक्षणिक संस्थाओं में मरम्मत के नाम पर रेत, सीमेंट की जगह काली डस्ट और पुट्ठी के नाम पेंट पोता जारहा है साथ ही दरवाजे खिड़कियों को बदलने की जगह उतना ही सही किया जारहा है जितना हिस्सा खराब है। शैक्षणिक संस्थाओं में मरम्मत के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार और कछुआ गति से चल रहे कार्य की खबरे प्रकाशित करके रेवांचल टाइम्स शासन प्रशासन और सम्बंधित अधिकारियों को अवगत करा रहा है लेकिन जनजातीय व शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अपनी आँखों पर पट्टी या कागज के टुकड़ों से अपना मुहँ छिपाए बैठे है। जिससें प्रतीत होता है कि जिम्मेदार अधिकारियों ने अपना जमीर ठेकेदारों की चौखट पर गिरवी रख दिया है।
जनजातीय विभाग के कार्य 50 प्रतिशत में होते है- मर्सकोले
वही जब निवास विधायक डॉक्टर अशोक मर्सकोले से रेवांचल टाइम्स संवाददाता राहुल सिसौदिया पूछा गया कि जिले के जनजातीय विभाग के अधिनिस्त शैक्षणिक संस्थाओं में ठेकेदारों द्वारा मरम्मत कार्य गुणवत्ता हीन किया जारहा है तो उनका साफ कहना था वहाँ से जिन ठेकेदारों को काम मिला है बो सत्ताधारी दल के बड़े बड़े नेता है और इस विभाग के सभी कार्य 50% प्रतिशत कमीशन पर होते है। इस विभाग का आधा पैसा संबंधित लोगो पर जाता है और बाकी के पैसे में ठेकेदार काम करता है और बचाता है साथ ही कहा आपके द्वारा और रेवांचल टाइम्स के द्वारा यह जनजातीय विभाग और ठेकेदारों के भ्रष्टाचार का खुलासा किया गया है में इस पूरे मामले को विधानसभा में उठाऊंगा- साथ ही कहा कांग्रेस की सरकार बनने पर ऐसे भृष्ट लोगो को जेल भिजवाएंगे।
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