रेवांचल टाईम्स - भोपाल-सिवनी एक जमाने मे मध्य प्रदेश पटवारी संघ एक ऐसा सशक्त संघ जिसके आंदोलन से ना केवल एक विभाग बल्कि पूरे का पूरा सरकारी तंत्र हिल जाता था और मध्य प्रदेश पटवारी संघ के नाम पर अन्य विभागों के संग इसी की राह चलने और अपनी मांगों को मनवाने चलते रहते थे परंतु पिछले एक दशक से मध्य प्रदेश पटवारी संघ की स्थिति ऐसी है कि मध्य प्रदेश पटवारी संघ के आंदोलनों के बाद सरकार सुध लेने तक तैयार नहीं है कारण यह है कि मध्य प्रदेश पटवारी संघ का नेतृत्व करने वाले प्रांतीय पदाधिकारी से प्रदेश के आधे से ज्यादा पटवारी नाखुश है और यही कारण है लगातार पिछले एक दशक से ऊपर से पटवारियों की मांगों पर सरकार विचार करना तक उचित नहीं समझ रही और यही कारण है की प्रदेश के तमाम पटवारियों पर पटवारियों के कार्य के अलावा भी अन्य विभागों के कार्य कराए जा रहे या यूं कहें कि थोपे जा रहे हैं कारण बस यही है कि पिछले मध्य प्रदेश का एक मजबूत संग वर्तमान में कमजोर संघ साबित हो रहा है मध्य प्रदेश पटवारी संघ के ऐसे पदाधिकारी जो अपने राजपाट के लिए राजनैतिक रोटियां सेकते हुए आम पटवारियों को गुमराह करने और उन्हें साथ लेकर सरकार के खिलाफ खड़े तो हो जाते है पर उन्ही आम पटवारीयो को गुमराह कर साथ लिये बगैर आश्वासन पर पीछे हट जाते है !आम पटवारियों को साथ लेकर खास पटवारी अपनी राजनैतिक रोटियां सेकते आ रहे है! और ऐसे पदाधिकारियों और मध्य प्रदेश पटवारी संघ की अनेको विचारधाराओं से विमुख होकर लगभग तेरह साल पूर्व आम पटवारियों के हितों पर और आम पटवारियों के भविष्य को देखते हुये
आम पटवारियों की मनसा पर कार्य करने के उद्देश्य से विदिशा / भोपाल के पटवारी मुकुट सक्सेना ने प्रदेश के कुछ पटवारियों को साथ लेकर मध्यप्रदेश जागरूक पटवारी संघ की स्थापना की और निरंतर आम पटवारियों के हित पर कार्य करने का बीड़ा उठाया पटवारियों को पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा हो या फिर पटवारियों के पे ग्रेड की बात हो पटवारियों के कार्य से संबंधित कोई बात हो ऐसी अन्य कई बातों को लेकर संघ ने सरकार से सीधे वार्तालाप की है और अपनी बात मनवाने के उद्देशीय से बात रखी परंतु मध्य प्रदेश पटवारी संघ मे एक बड़ी- संख्या बल के कारण और मध्य प्रदेश जागरूक पटवारी संघ में संख्या बल कम होने के कारण सरकार ने आम पटवारियों के हितों में कही गई मध्यप्रदेश जागरूक पटवारी संघ की बातों को सुना समझा परंतु हर बार बस एक बात कही गई कि आप अपनी संख्या बल के साथ अपनी बात रखें तो ज्यादा असर होगा और हमेशा अतिरिक्त हल्के व हड़तालओं के विरोध में मध्यप्रदेश जागरूक पटवारी संघ रहा है मध्यप्रदेश जागरूक पटवारी संघ का उद्देश्य आम पटवारियों के हितों में सरकार से सीधे बात करने की रही और इसके पहले जब-जब मध्य प्रदेश पटवारी संघ के द्वारा सरकार के खिलाफ ज्ञापन रैली आंदोलन और हड़ताल की गई है उनको लेकर जब जब सरकार ने उनकी बात नहीं मानी या फिर उनकी रैलियां ज्ञापन आंदोलन हड़ताले विफल रही हैं तब तब मध्य प्रदेश पटवारी संघ के पदाधिकारी और आम पटवारियों को साथ लेकर राजनीतिक रोटियां सेकने वाले पटवारियों ने मध्यप्रदेश जागरूक पटवारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष मुकुट सक्सेना को जिम्मेदार ठहराते हुए की गई हड़ताल को विफल करार बताया है! मध्य प्रदेश पटवारी संघ के द्वारा आम पटवारियों को अंधेरे में रखकर अक्सर चंदा वसूली ज्ञापन रैली आंदोलन और हड़ताल के नाम पर नेतागिरी का खेल पिछले एक दशक से निरंतर चलाया जा रहा है जिसका खामियाजा मध्य प्रदेश के तमाम आम पटवारियों को भुगतना पड़ रहा है जिसका नतीजा यह है कि प्रदेश के पटवारियों को राजस्व विभाग के अलावा अन्य विभागों के कार्य जबरन थोप दिए गए है जिस के बोझ तले आम पटवारी मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान है कई पटवारियों ने अपनी जिंदगी तक दाओं में लगा चुके हैं मध्य प्रदेश पटवारी संघ के द्वारा प्रतिवर्ष अपनी मांगों को मनवाने चंदा वसूली ज्ञापन रैली आंदोलन और हड़ताल के माध्यम से सरकार को मनाने का प्रयास किया जाते रहा और किया जा रहा है! परन्तु पहले के आंदेलन व हडताले विफल हुई है तो विफलता का पूरा का पूरा आरोप मध्यप्रदेश जागरूक पटवारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष मुकुट सक्सेना पर थोपा गया कि मुकुट सक्सेना के कारण मध्यप्रदेश जागरूक पटवारी संघ के कारण मध्य प्रदेश पटवारी संघ के आंदोलनों को विफलता हाथ लग रही परंतु आम पटवारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश जागरूक पटवारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष संरक्षक मुकुट सक्सेना के द्वारा लगभग पिछले छे:-सात बरसों से मध्यप्रदेश जागरूक पटवारी संघ आम पटवारीयो के हितो के खातिर शांति बनाए हुए हैं! इसके बावजूद मध्य प्रदेश पटवारी संघ प्रतिवर्ष प्रदेश के आम पटवारियों को पूरा विश्वास दिलाते हुए चंदा वसूली करता है ज्ञापन बनवाए जाते हैं दिए जाते हैं और हड़ताल की रूपरेखा बनाकर हड़ताल भी की जाती लेकिन केवल आश्वासन के दम पर हड़ताल समाप्त कर दी जाती रहीं है। और की जा रहीं है परंतु अब प्रदेश के आम पटवारी मध्य प्रदेश पटवारी संघ के प्रांतीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में यदि कोई भी किसी भी प्रकार का आंदोलन होता है या किया जाता है तो उस आंदोलन का हिस्सा बनना नहीं चाहते प्रदेश के आम पटवारी निष्पक्ष और सशक्त प्रांतीय कार्यकारिणी चाहते हैं जो आम पटवारियों के हित में निर्णय ले सके ना केवल राजनैतिक रोटियां सेकने वालों के पक्ष में या यूं कहें कि झांसे में अब आम पटवारी आने तैयार नहीं है वर्तमान की स्थिति में मध्य प्रदेश पटवारी संघ के नेतृत्व में प्रदेश के तमाम पटवारियों ने सीमांकन के विरोध मे ज्ञापन सौंपा लेकिन हकीकत यह है कि प्रदेश के तमाम आम पटवारी कड़कड़ाती धूप में सीमांकन करने मजबूत है एक समय का सशक्त और समृद्ध मध्य प्रदेश पटवारी संघ वर्तमान में केवल आश्वासन मात्र से अपनी संघीय शक्ति को कमजोर करके रखे हुये है!
मध्यप्रदेश जागरूक पटवारी संघ आज भी आम पटवारियों के हितों पर अपनी बात सरकार से वार्तालाप के माध्यम से करने तैयार है और सरकार या सरकार के प्रतिनिधि मध्यप्रदेश जागरूक पटवारी संघ की बात पर गंभीरता से विचार भी करते परंतु बात संगठन और संगठन में शक्ति बल्कि महत्ता ज्यादा रहती और यही कारण है कि मध्यप्रदेश जागरूक पटवारी संघ में पटवारियों के संख्या बल की कमी के कारण सरकार आम पटवारियों के हितों पर विचार करने में पीछे हट जाती है और मध्य प्रदेश जागरूक पटवारी संघ हमेशा आम पटवारियों के हितों पर पटवारियों के संविलियन पुरानी पेंशन लागू करवाने के साथ 2800 पे ग्रेड
की मांग को लेकर सरकार के साथ बीच का रास्ता निकालने कई बार बैठके कर चुका हैं! परंतु मध्य प्रदेश पटवारी संघ के प्रांतीय पदाधिकारियों की राजनैतिक रोटियां सेकने के चक्कर में सरकार भी पटवारियों की संख्या बल की बात करके मामले पर ध्यान देना नहीं चाहती वहीं मध्य प्रदेश पटवारी संघ में संख्या बल होते हुए भी आम पटवारियों को धोखे में रखकर केवल आंदोलन रैली ज्ञापन हड़ताल की चकाचौंध दिखाकर सरकार और सरकार के पदाधिकारियों की मलाईदार बातों में प्रलोभन में और आश्वासन के माध्यम से वापस जहां की तहां पहुंच जाते जिसका खामियाजा निरंतर कई वर्षों से आम पटवारी भुगत रहा है पर अब आम पटवारी मध्य प्रदेश पटवारी संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आंदोलनों में साथ रहने तैयार नहीं अब देखना होगा आगामी 19जून2023 से पुन: होरही आंदोलन की तैयारी मे कितने आम पटवारी किस करवट अपना मन या मूड बदलते हैं......
No comments:
Post a Comment