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Wednesday, May 31, 2023

शासकीय अधिग्रहण वाहनों में सायरन-बत्ती का दुरुपयोग , मामले की जानकारी पहले भी आला-अधिकारियों की दी जा चुकी है




रेवांचल टाईम्स - मण्डला जिला प्रोटोकॉल विभाग में व्ही आई पी फालो-पायलेट में चल रही आदया टूर एंड ट्रेवल्स मालिक दीपेश भदौरिया की वाहन क्रमांक MP-51-T-0908  एक बार फिर वाहन सुर्खियों में है जानकारी के अनुसार अपने वाहन में फर्जी तरीके से सायरन-बत्ती लगाकर निजी उपयोग में घूमते हुए टिकरिया थाना अंतर्गत नारायणगंज में दुर्घटना ग्रस्त हो गई है जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है,वाहन मालिक की लापरवाही एवं विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही तथा मनमानी रवैया के चलते आधी रात को वाहन में एक महिला तथा एक पुरुष के साथ वाहन बगैर किसी शासकीय जानकारी के कही जा रही थी जिसमें नारायणगंज के पास वाहन ट्रक से टकराकर दर्दनाक हादसे में दो लोगों की मौत हो गई।वाहन में चालक सहित तीन लोग सवार थे जिसमें एक महिला भी तीनों की स्थिति नाजूक होने के चलते सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणगंज में तत्काल डॉक्टर द्वारा प्राथमिक उपचार कराकर गंभीर मरीजों को जबलपुर मेडिकल कॉलेज रिफर कर दिया गया जिसमें डॉ. ने बताया कि वाहन में सवार सभी दुर्घटना ग्रस्त मरीज अभी बेहोश होने के कारण उनकी स्थिति नाजूक एवं गंभीर हुई थी और उन्हें जबलपुर रिफर किया गया।आदया टूर एंड ट्रेवल्स के मालिक की लापरवाही के चलते पहले भी फालो-पायलेटिंग ड्यूटी के दौरान लापरवाही एवं नशे में ड्राइविंग करने के कारण व्ही आई पी एवं केन्द्रीय मंत्री की जिन्दगी और सुरक्षा के साथ -साथ ड्यूटी के दौरान वाहन में सवार पुलिस कर्मीयों की जिंदगी से खिलवाड़ कर मौत के मुंह ढकेलने की लापरवाही की गई है। इसके पहले केन्द्रीय इस्पात मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते की फालो-पायलेट के दौरान उक्त वाहन मेहंदवानी थानांतर्गत चकदेई के पास बस से टकराया था जिसमें ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को गंभीर चोटें आईं थीं, परन्तु विभागीय लापरवाही के चलते मामले को लेकर कोई सुधार एवं कार्यवाही नहीं हुई। पंचायत चुनाव के दौरान प्रोटोकॉल विभाग में अधिग्रहण किए जाने वाले वाहन पर शासकीय सायरन-बत्ती एवं वायरलेस सेट लगाकर चुनाव प्रचार का मामला रक्षित निरीक्षक वाहन शाखा प्रभारी को दी गई परन्तु संबंधित अधिकारी द्वारा मामले को नजरंदाज किया गया।

सायरन-बत्ती वायरलेस सेट का हो रहा निजी उपयोग 

पुलिस विभाग द्वारा दी गई जानकारी अनुसार वाहन फालो-पायलेट कार्य में केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के लिए अधिग्रहण किया गया है, जिसमें विभाग द्वारा शासन की नियमावली अनुसार शासकीय सामग्री की गोपनीयता को भंग किया गया एवं वाहन ड्यूटी समय समाप्त होने के बावजूद विभाग एवं वाहन मालिक की घोर लापरवाही और जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते वाहन में सायरन लगातार आधी रात को एक महिला-पुरुष को लेकर वाहन में सायरन-बत्ती लगाकर कहीं भेजा जा रहा था (महिला की विस्तृत जानकारी अभी गुप्त रखी गई है) इसके पहले भी जिला प्रोटोकॉल विभाग की खुली छूट और लापरवाहियों के चलते मनमानी रवैया अपनाकर आदया टूर एंड ट्रेवल्स के मालिक दीपेश भदौरिया द्वारा अपने वाहन बोलेरो क्रमांक MP-51-T-0908 में सायरन-बत्ती लगाकर निजी कार्य हेतु उपयोग किया जा रहा था जिसकी पहले भी खबर प्रकाशित की जा चुकी है और सोसल मीडिया के माध्यम से जिम्मेदारों को कार्यवाही हेतु सूचित किया जा चुका है बावजूद इसके जिम्मेदारों ने अपनी निजी कमाई और हिस्सेदारी बटोरने के चलते मनमानी रवैया अपनाया और लापरवाहियों को बढ़ावा दिया आज नतीजा किसी की जिंदगी और मौत के बीच का यह सफर में किसी मासूम की जिंदगी समाप्त हो गया। अब देखना यह है कि शासन-प्रशासन इन भ्रष्टाचारीयों और लापरवाहियों के खिलाफ क्या ठोस कदम उठाती है। जहां पहले भी शासन-प्रशासन की नियमावली का हवाला देकर आये दिन हेलमेट, सीटबेल्ट,ओवर सीट,ओवर लोडिंग जैसे यातयात के नियमों की आड़ में परिवहन विभाग एवं यातायात विभाग मनमानी बसूली की जा रही है वहीं शासन-प्रशासन के नियमों के विरुद्ध सायरन-बत्ती लगाकर निजी उपयोग में घूमते वाहनों को विभाग के अधिकारियों द्वारा जानबूझकर नजरअंदाज किया जाता है आखिर इस भेदभाव वाली चालानी कार्यवाही का कारण क्या हो सकता है जवाब देगा कौन? यातायात विभाग द्वारा विगत दिवस सोसल मीडिया पर सायरन-बत्ती के अवैधानिक उपयोग को लेकर जांच एवं कार्यवाही का आश्वासन दिया गया था परन्तु जिम्मेदारों द्वारा जांच को ठण्डे बस्ते में डालकर उस जांच की मनचाहे कीमत बसूल कर लिया गया नतीजा आज इस घटनाक्रम में यह बात खुलकर सामने आया है कि संबंधित वाहन मालिक द्वारा पहले भी सायरन-बत्ती का इस तरह आये दिन दुरुपयोग किया जा रहा था।

इनका कहना है----

01-अधिग्रहण वाहनों में सायरन-बत्ती पुलिस विभाग द्वारा लगाया जाता है और उन्हें ड्यूटी के पश्चात वैधानिक रूप से सायरन-बत्ती एवं अन्य शासकीय सामग्री निकालकर वाहन को कार्यमुक्त करना चाहिए।

                        श्रीमती मीना मसराम

                         ए.डी.एम. मण्डला।

02-सायरन-बत्ती एवं अन्य कोई शासकीय सामग्री को लेकर अधिग्रहण करने वाले विभाग की जवाबदारी है कि शासन के नियमानुसार कार्यमुक्त किया जाना चाहिए।

                               योगेश राजपूत

                        यातायात प्रभारी मण्डला

03-हमारे द्वारा जांच के दौरान अवैध सायरन-बत्ती पाये जाने पर संबंधित के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही किया जाता है और संबंधित विभागीय आदेश की जांच कर तत्काल अवैध रूप से लगाए गए सायरन-बत्ती हटाया जाता है।

                            विमलेश गुप्ता

                         आर.टी.ओ. मण्डला।


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