रेवांचल टाईम्स - मण्डला आदिवासी बाहुल्य मण्डला जिले में नवागत पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर से लोगो को बहुत आस नजर आ रही थी युवा वर्ग के पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर जिले में चल रही अबैध गतिविधियों और बेलग़ाम प्रशासनिक अमला पर कुछ सुधार हो सकेगा पर स्थानीय लोगों की उम्मीदों में पानी फिर गया है नगर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक बे ख़ौफ़ अबैध गतिविधि संचालित चल राहज है अब लोगो का मानना है कि जो भी चल रहा है सब की सब प्रशासन के संरक्षण में चल रहा और अवैध गतिविधियां दिनों दिन बढती जा रही हैं । कोई लग़ाम नही लगती नजर नही आ रही है अब जनता उम्मीद करें भी तो किस्से क्योंकि हर जगह माफियाओं के गुर्गे और जनप्रतिनिधियों के चहेते बेठे हुए है जो गरीब भोलेभाले लोगो का शोषण कर रहे है इनकी कोई सुनवाई नही हो रही है।
वही नवागत पुलिस अधीक्षक से जिले की आवाम को बहुत उम्मीदें थी किंतु उनके मंसूबे में पानी फिर रहा है ।
जिले में अवैध गतिविधि जैसे रात रात भर ट्रेक्टर, डम्फर, 709 हाइवा आदि वाहनों से अवैध उत्खनन कर रेत की कालाबाजारी की जा रही है जलीय जीव जंतुओं वन्यजीवों जिले की जैव विविधता को नष्ट किया जा रहा है, और इन अबैध रेत माफियाओं ने तो गजब का कारनामा कर रहे रेत निकाल रहे है बंजर नदी और बुडनेर अन्य नदी नालों की और रॉयल्टी बता रहे बालाघाट की ये सब तो मंडला जिले में ही संभव है क्योंकि इस जिले में अपराध और अपराधी एक ही है और कही न कही इन्हें राजनीति संरक्षण प्राप्त है जो कि जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी इन पर हाथ डालने से डरते है या कहे कि फिर इन्हें भी इनके हिस्से की इनकी पद के हिसाब से इन्हें समय समय में प्राप्त हो रहा है जिस कारण से ये अपनी आँख कान और कलम सब की सब को गांधी जी के तीन बंदर बना दिये है और इन अबैध कारोबारियों के साथ मिलकर अपना ओवर टाइम का हिस्सा बना कर घर परिवार वालो की हर इक्छा पूरी कर रहे है और बेचारी जनता भुगत रही है।
वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार खनिज विभाग और पुलिस विभाग के संरक्षण में रात्रि के साथ साथ अलसुबह भी ट्रेक्टर शहर के साथ साथ आस पास के कस्बा क्षेत्रों में अंजनिया, मांद, बम्हनी, बिछिया, घुघरी मोहगांव जैसी जगहों पर प्रतिदिन अवेध रेत उत्खनन कर शासन के राजस्व को लाखों रुपयों का चूना लगाया जा रहा है ।
वही जनचर्चा भी बड़ी तेजी से चल रही है कि मण्डला शहर के नगरपालिका क्षेत्र के में अबैध शराब का कारोबार जोरो पर है ही इसके अलावा बिंझिया, कटरा, देवदरा, खेरी, पुरवा, पौंडी पंचायतों में भी शराब का अवैध धंधा का व्यवसाय जोरो से चल रहा है इसके साथ साथ घर घर पहुँचा कर और ढाबों में खुलेआम शराब बेची जा रही पर न आबकारी विभाग इस ओर ध्यान दे रहा और न ही पुलिस विभाग कुछ कर रहा है इसे पुलिस अधीक्षक की कमजोरी न कहें तो क्या कहे। वही जनचर्चा ये भी की नवागत पुलिस अधीक्षक के आगमन के बाद से अपराधो और अपराधियों की संख्या में इजाफा हुआ है जबकि नवागत पुलिस अधीक्षक से स्थानीय लोगो को बहुत अपेक्षाएं थी पर सब की सब जस की तश रह गई और माफ़ियाराज कि बल्ले बल्ले हो गई है।
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