सावधान! लाल दिखने वाले तरबूज में हो सकता है खतरनाक केमिकल, खाने से पहले ऐसे करें पहचान - revanchal times new

revanchal times new

निष्पक्ष एवं सत्य का प्रवर्तक

Breaking

🙏जय माता दी🙏 शुभारंभ शुभारंभ माँ नर्मदा की कृपा और बुजुर्गों के आशीर्वाद से माँ रेवा पब्लिकेशन एन्ड प्रिंटर्स का हुआ शुभारंभ समाचार पत्रों की प्रिंटिग हेतु संपर्क करें मोबाईल न- 0761- 4112552/07415685293, 09340553112,/ 9425852299/08770497044 पता:- 68/1 लक्ष्मीपुर विवेकानंद वार्ड मुस्कान प्लाजा के पीछे एम आर 4 रोड़ उखरी जबलपुर (म.प्र.)

Wednesday, May 3, 2023

सावधान! लाल दिखने वाले तरबूज में हो सकता है खतरनाक केमिकल, खाने से पहले ऐसे करें पहचान



गर्मियां आते ही बाजारों में तरबूज मिलने शुरू हो जाते हैं। लोग तरबूज खाना बहुत पसंद करते हैं। जब हम बाजार से तरबूज खरीदने जाते हैं तो यह देखकर खरीदते हैं कि वह अंदर से कितना लाल है। इसी से हम उसके स्वादिष्ट और मीठे होने का अंदाजा लगाते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि यह लाल तरबूज आपकी सेहत बिगाड़ सकता है। दरअसल, तरबूज को लाल रंग देने के लिए उनमें खतरनाक केमिकल मिलाए जाते हैं। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने भी लोगों को इसके बारे में जागरुक किया है। हम आपको तरीका बताने जा रहे हैं, जिससे आप यह पता कर सकते हैं कि जो तरबूज आप खरीद रहे हैं उसमें कहीं खतरनाक केमिकल तो नहीं है।

लाल रंग लाने के लिए होता है एरिथ्रोसिन का इस्तेमाल
तरबूज में इस्तेमाल होने वाले सबसे जहरीले डाई में से एक है एरिथ्रोसिन। यह एक गुलाबी रंग का डाई है, जिसका इस्तेमाल ज्यादातर खाने में रंग लाने के लिए किया जाता है। FSSAI या भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने लोगों को इस खतरनाक मिलावट के प्रति लोगों को जागरुक किया। यह केमिकल इतना खतरनाक होता है कि आपको कई गंभीर बीमारियां दे सकता है।

ऐसे करें पहचान
तरबूज को दो हिस्सों में काटें और गूदे पर कॉटन बॉल की मदद से डाई की जांच करें। अगर कॉटन बॉल का रंग बदलता है, तो इसका मतलब है कि फल में केमिकल डाई की मिलावट की गई है। अगर ऐसा है तो उस तरबूज को भूलकर भी ना खाएं। वहीं अगर कॉटन बॉल का रंग नहीं बदलता है तो इसका मतलब है कि तरबूज प्राकृतिक रूप से पके हुए हैं। तरबूज को लाल करने के लिए धड़ल्ले से इस्तेमाल किए जाने वाले एरिथ्रोसिन का शरीर पर काफी गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

हो सकती हैं ये समस्याएं
एक स्टडी में पता चला है कि तरबूज में लाल रंग के लिए इस्तेमाल होने वाला केमिकल एरिथ्रोसिन के लंबे समय तक उपयोग से बचपन के व्यवहार, थायरॉइड फ़ंक्शन समेत अन्य गंभीर जटिलताओं के जन्म दे सकता है। वहीं रंग के अलावा तरबूज के स्वाद को भी आर्टिफिशियल तरीके से बढ़ाया जाता है, जिसके लिए कार्बाइड नाम के केमिकल को मिलाया जाता है।

कार्बाइड का इस्तेमाल
बता दें कि फलों को जल्दी पकाने के लिए आमतौर पर कार्बाइड का उपयोग किया जाता है। व्यापारी, किसानों से फलों को कच्चा ही खरीद लेते हैं और मुनाफा कमाने के लिए और जल्दी पकाने के लिए उन्हें कार्बाइड से पकाते हैं। ऐसे में तरबूज खरीदते वक्त अगर आपको उस पर कोई सफेद पाउडर जैसा नजर आए, तो समझ जाइयेगा कि यह कार्बाइड है।

कार्बाइड के सेहत पर नुकसान
कार्बाइड की अधिक मात्रा आपके लिए काफी हानिकारक हो सकती है। इससे सिरदर्द, त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं। साथ ही फेफड़ों को भी नुकसान हो सकता है। यह शरीर के नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है और बेहोशी, दौरे का कारण बनता है, कई बार इसके दुष्परिणाम लोगों को कोमा में भी धकेल सकते हैं। इसलिए ऐसे फलों के सेवन से आपको बचना चाहिए।

No comments:

Post a Comment