रेवांचल टाइम्स:- आज भी प्रदेश में लोग अपनी शादी को यादगार बंनाने या फिर अपनी ग़रीबी के चलते लोग अपनी सुविधानुसार दुल्हन को लेने जा रहे है वही 21 वी शदी में जहाँ हवाई जहाज और आधुनिक युग मे जहाँ पर दुल्हन को लेने एक रहांगडाले परिवार 8 से 10 छकड़ा (बैलगाड़ी) में दुल्हा और बारातियों के लेकर दुल्हन के घर पहुँचता है तो जिस जिस जगह से ये बारात गुजरी उन उन गांवों के लोग देखते ही रह गए।
वही शादियों के दौरान आपने कई तस्वीरें देखी होंगी, जिसमें दूल्हा हेलीकॉप्टर से पहुंचता है तो कोई लग्जरी गाड़ी से बारात लेकर पहुंचता है. लेकिन यहां जिला सिवनी तहसील बरघाट के ताखला कलां ग्राम में एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. इस शादी में बारात बैलगाड़ी से दुल्हन के घर पहुंची. इसे देखने के लिए काफी संख्या में ग्रामीण पहुंचे।
आज के आधुनिक युग में भी बैलगाड़ी के साथ बारात लेकर बाराती समीपस्थ ग्राम उसरी (अरी) पहुंचे। ज्ञात हो कि ग्राम ताखला कलां निवासी प्रहलादसिंह राहंगडाले के पुत्र देवेंद्र का रिश्ता पास के ही गांव उसरी में पीतमसिंह बघेल की पुत्री मनीषा से तय हुआ। जिसका विवाह गुरुवार दिनांक 11/05/2023 को ग्राम उसरी में पूरे हिन्दू रीति रिवाज के साथ संपन्न हुआ।
दूल्हा देवेंद्र का कहना है कि हमारी पुरानी परंपरा विलुप्त होती जा रही थी। उसे जीवित रखने के लिए व बढ़ती महंगाई को भी देखते हमारे परिवार द्वारा बैलगाड़ी से बारात जाने का निर्णय लिया गया। वहीं दुल्हन को भी बैलगाड़ी से लेकर जाने की बात कहीं।
No comments:
Post a Comment