..छोड़ मोटर गाड़ी का लफड़ा दुल्हा निकला दुल्हन को लेने लेकर छकड़ा...देखें वीडियो... - revanchal times new

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Saturday, May 13, 2023

..छोड़ मोटर गाड़ी का लफड़ा दुल्हा निकला दुल्हन को लेने लेकर छकड़ा...देखें वीडियो...





रेवांचल टाइम्स:- आज भी प्रदेश में लोग अपनी शादी को यादगार बंनाने या फिर अपनी ग़रीबी के चलते लोग अपनी सुविधानुसार दुल्हन को लेने जा रहे है वही 21 वी शदी में जहाँ हवाई जहाज और आधुनिक युग मे जहाँ पर दुल्हन को लेने एक रहांगडाले परिवार 8 से 10 छकड़ा (बैलगाड़ी) में दुल्हा और बारातियों के लेकर दुल्हन के घर पहुँचता है तो जिस जिस जगह से ये बारात गुजरी उन उन गांवों के लोग देखते ही रह गए।





      वही शादियों के दौरान आपने कई तस्वीरें देखी होंगी, जिसमें दूल्हा हेलीकॉप्टर से पहुंचता है तो कोई लग्जरी गाड़ी से बारात लेकर पहुंचता है. लेकिन यहां जिला सिवनी तहसील बरघाट के ताखला कलां ग्राम में एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. इस शादी में  बारात बैलगाड़ी से दुल्हन के घर पहुंची. इसे देखने के लिए काफी संख्या में ग्रामीण पहुंचे।

आज के आधुनिक युग में भी बैलगाड़ी के साथ बारात लेकर बाराती समीपस्थ ग्राम उसरी (अरी) पहुंचे। ज्ञात हो कि ग्राम ताखला कलां निवासी प्रहलादसिंह राहंगडाले के पुत्र देवेंद्र का रिश्ता पास के ही गांव उसरी में पीतमसिंह बघेल की पुत्री मनीषा से तय हुआ। जिसका विवाह गुरुवार दिनांक 11/05/2023 को ग्राम उसरी में पूरे हिन्दू रीति रिवाज के साथ संपन्न हुआ।

दूल्हा देवेंद्र का कहना है कि हमारी पुरानी परंपरा विलुप्त होती जा रही थी। उसे जीवित रखने के लिए व बढ़ती महंगाई को भी देखते हमारे परिवार द्वारा बैलगाड़ी से बारात जाने का निर्णय लिया गया। वहीं दुल्हन को भी बैलगाड़ी से लेकर जाने की बात कहीं।

बैलगाड़ी से निकली बारात में युवा वर्ग के लोगों में उत्साह देखने को मिला। वर्तमान में यह युवाओं के लिए यह नई बात है। लेकिन यह बुजुर्गों के लिए पुरानी बात है। जब गाड़ी, मोटर साइकिल का निर्माण नहीं हुआ था। तब अधिकतर लोग बैलगाड़ी से ही बारात लेकर जाते थे। वह दुल्हन को भी साथ लेकर बैलगाड़ी से बहुत ही लम्बी सफर तय कर आते थे। लेकिन आधुनिक युग में यह पुरी तरह से बंद हो गया था। लेकिन यहां बारातियों में अपार उत्साह था।आगे आगे बाजे वाले भरपूर जोश से बाजे बजाते चले जा रहे थे...वहीं रिश्तेदार खुद बैलगाड़ी हांकते हुए बारात में शामिल होकर युवाओं को प्रोत्साहित कर रहे थे। पुरानी परंपरा का निर्वहन करते राहंगडाले परिवार द्वारा आधुनिक युग में बैलगाड़ी से बारात लेकर जाने से गांव गांव में यह चर्चा का विषय बन गया। बुजुर्गों के द्वारा पुरानी बात याद करते हुए बारात की कोटि कोटि सराहना की गई। पेट्रोल, डीजल सहित अन्य सामान की महंगाई आज चरम सीमा पर हैं। वहीं बढ़ते पेट्रोल व डीजल से गाड़ी के किराया के दाम भी बढ़ गया हैं। पुरानी लेकिन स्वस्थ परंपराओं को पुनः आगे बढ़ाने के लिए वर पक्ष राहंगडाले परिवार द्वारा बैलगाड़ी से जाने का निर्णय लिया गया...जिसका वधु पक्ष ने भी जोरदार स्वागत किया। 
और इस तरह यह शादी आधुनिक युग में अनोखी शादी हो गई जो कि यादगार बनकर रह गई है और सादगी का परिचय दि


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