दैनिक रेवांचल टाइम्स मंडला।गर्मी की शुरुआत होते ही देसी फ्रिज के रूप में पहचाने जाने वाले मटकों की बिक्री शुरू हो गई है. मार्केट में इस बार मटकों की काफी डिमांड है नगर में घर से तैयार कर व्यापारी ये मटके बेच रहे हैं. इन मटकों पर खास तरह की डिजाइन भी की जाती है, जिससे ये मटके काफी आकर्षित लगते हैं. बालू मिट्टी से बने मटके की अच्छी डिमांड देखी जा रही है. बालू मिट्टी से बने मटके के अंदर हल्के हल्के छेद होते हैं, जिससे पानी हल्का-हल्का बाहर आता रहता है और वह मटकी को गीला रखता है. इससे हवा के संपर्क में आने से मटके का पानी फ्रिज की तरह ठंडा रहता है. मिट्टी से बने होते हैं. इसमें भी पानी ठंडा रहता है. काफी लोग मटके पसंद कर रहे हैं. नगर में मार्च मार्च के बाद से ही गर्मी शुरू हो गई है. लोगों ने अपने घरों में पंखे कूलर शुरू कर दिए हैं। ऐसे में मटकों की बिक्री भी बढ़ गई है। मटकों की कीमत 150 से स्टार्ट होकर 300 रुपए तक है।
PH लेवल को मेंटेन रखता है मटके का पानी
एक्सपर्ट बताते हैं कि मटके का पानी शरीर के पीएच लेवल को भी मेंटेन रखता है. मटके के पानी से शरीर में मिनरल्स की कमी भी पूरी हो जाती है. गर्मी में फ्रिज से बेहतर मटके का पानी पीना माना जाता है. गर्मी के साथ-साथ तापमान में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है.
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