रेवांचल टाईम्स - मंडला आदिवासी बाहुल्य जिले में अधिकारी कर्मचारियों से पीड़ित व प्रताड़ित फरयादी व ग्रामीण कलेक्टर की जनसुनवाई में शिकायत लेकर मंडला जिला मुख्यालय पहुँचते है लेकिन संबंधित अधिकारी कर्मचारियों पर जब कार्यवाही नही होती है तो बिचारे ग्रामीणों व फरियादियों को काफी निराशा होती है जिसके चलते फरियादियों का कलेक्टर की जनसुनवाई से विश्वाश हटता जारहा है। ऐसी ही कुछ घटना जनपद पंचायत नारायणगंज की ग्राम पंचायत ढालाखापा के ग्रामीणों के साथ घटी है यहाँ के करीब एक दर्जन के आसपास महिला एवं पुरुष बीते दिनों कलेक्टर की जनसुनवाई में रोजगार सहायक संदीप साहू के भृष्टाचार व कामचोरी की शिकायत की थी लेकिन कई हप्ते गुजरने के बाद उक्त रोजगार सहायक पर कार्यवाही होती नजर नही आरही है जिसके चलते ग्रामीण काफी अपने आपको काफी ठगा सा महसूस कर रहे है। और इसी वजह से ग्रामीण क्षेत्र के फरियादियों का कलेक्टर की जनसुनवाई से विश्वाश हटता जारहा है।
रोजगार सहायक ने फर्जी बिल लगा कर परिवारजनों के नाम से निकाले पैसे
ग्रामीणों ने बताया ग्राम पंचायत ढालाखापा के रोजगार सहायक संदीप साहू ने पंचायत अधिनियम को ताक पर रखके अपने परिजनों के नाम से फर्जी बिल लगाकर एवं फर्जी हाजरी भरके शासकीय पैसे का आहरण करने एवं ग्रामीणों को जनकल्याण कारी योजनाओं का लाभ न देने के गंभीर आरोप लगाते हुए शिकाय की थी लेकिन आज दिनांक तक उक्त रोजगार सहायक पर कार्यवाही नही हुई है। जिसके चलते ग्रामीणों का कहना हम समस्त ग्रामवासी उक्त रोजगार सहायक के खिलाप धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
इनका कहना है
वही जब इस विषय पर प्रभारी सीईओ उमेश सिंगरोरे से फोन पर बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कलेक्टर मैडम ने रोजगार सहायक संदीप साहू की जाँच के आदेश दिए है उसके पूरे कार्यकाल की जाँच कराने के निर्देश दिए है लेकिन समय के अभाव के चलते जाँच नही की गई है। इससे पूर्व भी उसकी शिकायते आई थी बहुत जल्द उसके कार्यालय की जाँच करा कर सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाएंगी।
उमेश सिंगरोरे- प्रभारी सीईओ जनपद पंचायत नारायणगंज
वही अब देखना होगा उक्त भृष्टाचारी रोजगार सहायक संदीप साहू पर कब कार्यवाही होती है या हमेसा की तरह जाँच को फाइलों के नीचे दफन कर दिया जाएगा।
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