रेवांचल टाईम्स - मंडला जिले के विकास खण्ड नैनपुर मास्टर माइंड पूर्व पटवारी प्रदीप उसरठे करोड़ों की जमीन कोड़ियो में खरीद कर दी परिवार के नाम
जिला प्रशासन को लिखित शिकायत होने पर भी प्रशासन नही की कार्यवाही
कहने को तो नैनपुर नगर शांत और सुसज्जित लगता है। मगर उसके रहवासी और बाहर से आए कुछ लोग के द्वारा नैनपुर नगर की जनता का खून चूस कर आज करोड़पति में गिनती हो रही हैं। जिसमें मास्टर माइंड पटवारी प्रदीप उसरठे ने ऐसा खेल रचा की शासकीय भूमि तक उनके नाम कर दी है। जिस के नाम की आज भू माफिया जोकि वर्तमान की स्थिति करोड़ों में खेल रहे है। और नगर में गरीब परिवार की जमीन को कोड़ियो के दाम खरीदकर करोड़ों में खेल रहे है। और लगातार नैनपुर निवारी में अवैध कालोनियों के निर्माण किया जा रहा हैं। जिसमें जिला प्रशासन में बैठे वरिष्ठ स्तर के अधिकारी भी शामिल है। जिनको समय समय दक्षिण पहुंच जाती है। जिसके कारण अनेक शिकायत होने के बाद भी कार्यवाही नही हो रही है। जिसमे ताजा मामला मास्टर माइंड पटवारी के पास हल्का में पदस्थ रहने के बाद करोड़ों की संपति स्वयं और परिवार के नाम क्रय की है। जिसका खसरा no सहित प्रमाण आवेदक के पास सुरक्षित है।
नैनपुर नगर का पूर्व पटवारी बहुत ही मास्टर माइंड है। स्वयं और परिवार के नाम नैनपुर में खरीदी संपति जिसका विवरण है।
नैनपुर नगर का पूर्व पटवारी बहुत ही मास्टर माइंड है। जो उसके जाल में फसा उसको निचोड़ देता था। वही पटवारी ने 2012 2021 तक हल्का में पदस्थ रहने के बाद अपने बहन के पुत्र समीर श्रीवास के नाम पर जमीन खरीदी जिसका
खसरा नo 44/1/2/2/3 रकवा 0.094
खसरा न० 44/1/2/3/3 रकवा- 0.088. भू स्वामी समीर श्रीवास है।
खसरा 20 412/220. रकबा 0.0340 जोकि परिवार के सदस्य पुष्पालता उर्फ गुलाबबाई पति. मुरारी लाल /प्रदीप कुमार उमराठे/ मुरारी लाल
प्रवीन कुमार/मुरारीलाल सरिता/ मुरारी
प्रतिमा/मुरारी लाल
प्रज्ञा / मुरारी और शेष भूमि मुमताज की / शेख रफीक वार्ड0 15 के नाम दर्ज है।
खसरा नम्बर 68। रकबा 0.0530
निवारी में ससुर के नाम पर ली थी जिसको 44लाख रूपये में बेची गई है। जोकि पटवारी ने हल्का में पदस्थ होने के बाद ली है। जिसकी जानकारी राजस्व विभाग या संपति विवरण में शासन को नही दी गई है। ऐसी और भूमि बालाघाट मंडला अजनिया और भोपाल में भी है। जिनका समय के साथ जल्द खुलासा होगा। वही प्रशासन लिखित शिकायत होने के बाद भी कार्यवाही के लिऐ रास्ता खोज रहा है। जोकि एक बड़ा सवाल है। वही पटवारी कहता है। कि मेरी जिला प्रशासन में साठ गांठ और पकड़ है। कार्यवाही नही हो सकती है। और पटवारी की बाते सच भी हो रही है। वही लगातार समाचार पत्र में प्रमाण सहित खबरों का प्रकाशन किया जा रहा है। मगर आज तक कोई कार्यवाही नहीं है। जिससे पटवारी बाते सच होती नजर आ रही है। क्योंकि प्रदीप उसरठे की कांग्रेस पार्टी में पकड़ मजबूत मानी जा रही है। जिसके कारण शिकायत होते ही आवेदन कचरे में डाल दिया जाता है। और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता उसके बचाव कर रहे है। जिसके कारण पटवारी के हौसले मजबूत होते जा रहें है।
नैनपुर में शासकीय जमीन को राजस्व रिकार्ड में गड़बड़ सरकारी जमीन तक दर्ज करवा चुके है। नाम
वही जानकारी के अनुसार नैनपुर नगर में पूर्व के जितने पटवारी रहें है। उनके द्वारा नगर के धनासेठ ने पटवारियों से मिलकर शासकीय भूमि अपने नाम दर्ज करवा ली है। और नैनपुर नगर में अवैध कालोनियों का जाल फैल दिया गया है। जिसमें राजस्व विभाग के पटवारी ने जिले से लेकर प्रशासन से ऐसी साठ गांठ बनाई की सरकारी भूमि पूरी गायब हो गई है। और अवैध कालोनी वाले ने बताया कि पटवारी हर कालोनी में कमीशन तय था। मगर पटवारी पद में रहते और राजस्व अधिकारियों से मिलकर बड़ा खेल खेला है। और जमकर माल कमाया है। वही नैनपुर नगर के हर वार्ड में अवैध कालोनी हैं। मगर नगर पालिका प्रशासन सिर्फ कागजी खाना पूर्ति कर अपना पलड़ा झड़ता नजर आ रहा है। वही जिला प्रशासन के द्वारा घोटाले बाज और राजस्व रिकार्ड से छेड़छाड़ करने वाले पटवारी के विरुद्ध कब कार्यवाही करेगा या सवाल बनाता जा रहा है।
No comments:
Post a Comment