रेवांचल टाईम्स - मंडला जिले का विश्व प्रसिद्ध कान्हा टाइगर रिजर्व मैं आए दिन कुछ न कुछ प्रदेश देश विदेश के आयोजन होते रहते है पर कान्हा नेशनल पार्क का प्रबंधन और विभाग के आला अधिकारी कर्मचारीयो को जिले की लोकल मीडिया से परहेज़ करते देखा गया है बड़े बड़े आयोजन होते पर स्थानीय मीडिया के कुछ चाटुकार है जो मीडिया के प्रतिनिधि बन प्रेस विज्ञप्ति स्थानीय मीडिया को समय समय में पहुँचाते रहते है और कान्हा प्रबंधन आखिर स्थानीय मीडिया से क्यों दूरी बनाए रखे हुए है शायद इसके पीछे जो कान्हा पार्क में चल रहा है कही वह निकल कर बाहर न आजाये और पार्क प्रबंधन जो पार्क के अंदर लाखों करोडों का गोलमाल कर रही है आये दिन जानवरों के शिकार और मौत की खबरे आती है शायद उनका ये डर भी है कि कही कोई मीडिया कर्मी उनसे पार्क प्रबंधन में हो रहे आये दिन बाघ की मौत को जो ये आत्मरक्षा में दिखाया जा रहा है और शिकारियों को तक नही पहुँच पा रहे है और जो जो पार्क के अंदर हो रहा चल रहा वह स्थानीय मीडिया को जानकारी रहती है पर कान्हा के प्रबंधक को डर बना हुआ है कि जो गोलमाल अंतर्राष्ट्रीय पार्क की बदनामी के डर आये दिन देखा जा सकता है और आखिर क्या वजय है जो पार्क प्रबंधन जो स्थानीय मीडिया से दूरी बना कर कुछ चाटुकार को बुलाकर सम्मनित कर उन्हें मीडिया का नाम दे देती क्या जिले में केवल दो चार ही मीडिया कर्मी है बाकी सब सन्यास ले लिए है और अगर उनकी नजर के केवल दो चार चाटुकार ही मीडिया कर्मी है तो केवल उनसे ही अपना प्रचार प्रसार के लिए विज्ञप्ति प्रदाय करे।
वही जानकारी के अनुसार कान्हा पार्क में बीते दिन अंतर्राष्ट्रीय वन्य प्राणी तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस का हुआ समापन पर जंगल में मोर नाचा किसने देखा बस चाटुकार को आमंत्रित किया गया और उन्हें मीडिया से सम्मनित किया गया क्यो की वह अच्छे से सालों से मीडिया के नाम पर चुटुकरता चले आ रहे है।
जैसा कि इस विभाग का नाम है कान्हा टाइगर रिजर्व वैसा ही इनका काम है यह विभाग हमेशा रिजर्व रहता है खासकर पत्रकारों के मामले में बड़े से बड़े आयोजन कान्हा में हो जाते हैं वन्य प्राणियों का शिकार भी कई बार हो जाता है मगर इसकी जानकारी मीडिया को नहीं दी जाती है कारण क्या है यह तो विभाग के उच्च अधिकारी ही बता सकते हैं मगर बात की जाए अंतर्राष्ट्रीय वन्य प्राणी कान्फ्रेंस की तू इतने बड़े आयोजन में भी मीडिया को दूर रखा गया यह बात अलग रही है कुछ जुझारू कर्मठ पत्रकार सम्मिलित हुए और मंडला जिले की शान को देखते कवरेज किया कान्हा टाइगर मंडला जिले की शान है कई बार पत्रकारों द्वारा आवाज भी उठाई गई फिर भी अधिकारियों ने इस तरफ ध्यान देना उचित नहीं समझा शुरू से ही यह मीडिया से रिजर्व बने हुए इनको डर है कि कान्हा पार्क के अंदर होने वाले मीडिया को सम्मिलित करने से काले कारनामे सार्वजनिक ना हो जाए इसीलिए यह मीडिया से दूरी बनाए हुए कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि कान्हा टाइगर रिजर्व के अंदर क्या चल रहा है वैसा ही लगता है कि जंगल में मोर नाचा किसने देखा किसने देखा।
वही जब पार्क के अंदर हुई घटना दुघर्टना के सम्बंध में पार्क प्रबंधन से कोई मीडिया कर्मी जानकारी जानना चाहता है तो पार्क के डारेक्टर अपना सेल उठना पसंद ही नही करते है, और न कभी मीडिया कर्मियों से मिलना पसद करते है केवल उनसे वही मिल सकते है जो उनके करीबी है और उन्हें जिनपर भरोसा है कि अंदर की बात बाहर नही जा सकती कान्हा नेशनल पार्क पर सब कुछ एलाउ हो सकता पर मीडिया नही क्योंकि अगर कोई स्थानीय मीडिया कर्मी कैमरा लेकर पार्क अंदर पहुँचता है तो वह सब भी निकल कर लोगो तक पहुँचगे जो पार्क प्रबंधन नही चाहता है कि जनता या स्थानीय मीडिया को उनके किये कार्यो की जानकारियां लग सके।
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