रेवांचल टाईम्स - आदिवासी बाहुल्य मंडला जिले के सांसद विधायक और मंत्री जिले की गरीब जनता आज भी गरीब है पर जिले के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि दिन दुगनी रात चौगनी तरक्क़ी कर रहे हैं और जिले की जनता को अपने मंच के माध्यम बड़े बड़े विकास के वादे ओर उन्हें मुलभूत दे डटे है और जिले की बेचारी भोलीभाली जनता इनके भाषण सुनकर ही आज तक जज रही है और इनके द्वारा किये गए भाषण आज तक कहाँ कहाँ पूरे हुए अब ये जानना चाह रही है और हो सकता है कि ये सब आगामी चुनाव में देखने को मिल भी सकता है क्यो की अब तक भाषणों में बहुत सरकारी योजनाओं में गरीब जनता लाभांवित हुई पर जमी हकीकत कुछ और ही व्यया करती नजर आ रही है।
वही जनप्रतिनिधियों ने जनता से बड़े बड़े वादे किए मगर विकास हवा में उड़ गया एक भी घोषणा पूरी नही सकी नेता जी वादे के अनुसार
मंडला में कहा जा रहा है कि आप नेता बन जाएं आपकी हर बात पूरी होगी मगर नेता जी के द्वारा कही बाते कभी पूरी नहीं होती है। विकास के बड़े सपने दिखा कर सब हवा में उड़ा दी जाती है। जिसके कारण जनता के साथ अप्रैल फूल जैसी घटना हो रही है। और जनता के छलावा मगर खैर जो भी है। मगर विकास की अप्रैल फूल हो गया है। जोकि नेता जी मंडला जिले की जनता के साथ लॉलीपॉप देकर मना रहे है। प्रतिवर्ष शासकीय नववर्ष का एक अप्रैल से शुभारंभ होता है। पूर्व से ही मन में एक श्रृंखलाबद्ध विचार आते हैं। दोस्त यार को कैसे मूर्ख बनाया जाए इसी कड़ी में सामने वाले दोस्त मूर्ख ना बना दे फिल्मी दुनिया में गाना भी प्रसिद्ध है। जोकि पुराने समय में बड़ा चर्चित था।और अप्रैल फूल गाना नेताओं पर सही फिट होता है।
अप्रैल फूल बनाया तो उनको गुस्सा आया ना मेरा है। कसूर ना तेरा है कसूर यह तो है जमाने का दस्तूर जिसने यह रूल बनाया उसे मजा आया यह अप्रैल फूल लंबे समय से मूर्ख दिवस के नाम से जाना जाता है।
जिले के सांसद विधायक ने नैनपुर के मतदाताओं के साथ मना रहे हैं।अप्रैल फूल - वादे तो किए हजार मगर विकास जीरो
जिले में कोई भी उद्योग धंधा नही होने के कारण जिले का गरीब आदिवासी पलायन की कर जीवन व्यापन कर रहा है। और जिले के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि सिर्फ नारियल फोड़ रहे है। और नैनपुर की जनता के साथ लुकाछिपी करते एक अप्रैल की भांति मूर्ख दिवस बनाते आ रहे हैं। जिसकी बानगी देखने मिली। गत वर्ष मार्च 2022 में राज्यसभा सदस्य श्रीमती संपतिया उइके के द्वारा नैनपुर पहुंच कर मीडिया के सामने खुले मंच में यह कहा कि 1 अप्रैल 2022 से नैनपुर में केन्द्रीय विद्यालय शुभारंभ किया जाएगा जिसको लेकर जिला प्रशासन के द्वारा नैनपुर निवारी एवं समनापुर में शासकीय भवन एवं खाली भूखंड का मुआयना भी किया गया था। परंतु 1 वर्ष बीत जाने के बाद पुनः मार्च 2023 के अंतिम दिनों में केन्द्रीय विद्यालय खोलने नैनपुर में जिले के अधिकारियों के द्वारा पुनः आम मतदाताओं को मूर्ख बनाने निरीक्षण किया गया और यह बताया गया कि नैनपुर में 1 अप्रैल 2023 से केंद्रीय विद्यालय खोला जाएगा। जिसकी वाह-वाही जिले अधिकारियों सहित राजनैतिक दलों के जनप्रतिनिधियों ने खुद कर लूटी। परंतु कल 1 अप्रैल भी गुजर गया लेकिन कहीं से कहीं तक केंद्रीय विद्यालय खोलने के कोई आसार नजर नहीं आए। इस प्रकार दो वर्षों से निर्वाचित मंडला विधायक देवीसिंह सैयाम, राज्यसभा सांसद श्रीमति संपतिया उड़के एंव सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते मतदाताओं को मूर्ख बनाते एक अप्रैल मनाते आ रहे हैं। मगर जनता कहती है। हमारा नेता सबसे अच्छा मगर नेता जी ने नारियल फोड़कर विकास की गंगा बहा दी है। मगर कहाँ... लोगों आज तक नही पता चल पा रहा है
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