रेवांचल टाईम्स - आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला में अधिकारियों के बाद अब कर्मचारियों का आतंक बढ़ता जा रहा जो जनता की सेवा के लिए रखा गया है वह अब जनता को गुलाम समझ रहे है न किसी की सुन रहे है केवल अपनी मनमानी कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार मंडला जिले की जनपद पंचायत घुघरी के ग्राम पंचायत का समान आया है जहाँ पर रोजगार सहायक की मनमानी से ग्रामीण त्रस्त हो चुके है ग्रामीणों का कहना है कि कोई भी योजनाओं का लाभ लेने के लिए बिना पैसे दिए कार्य नही करता है और पैसे न दो तो बहुत बहाने बताता है जिस कारण हमें बहुत परेशानी होती है रोजगार सहायक की कई बार जनपद में शिकायत किये पर कोई कार्यवाही नही होती है जिस कारण से इसके हौसले और भी बुलन्द है।
वहज सामाजिक संगठन कोयतोड़ गोंडवाना महासभा के युवा नेतृत्व हर समय सामाजिक न्याय आंदोलन पर अग्रसर सुरेन्द्र सिंह सिरश्याम ने बताया कि सामाजिक संगठन व ग्रामीणजन ग्राम पंचायत देवहारा की भ्रष्टाचार को लेकर पूर्व में भी ज्ञापन सौंपकर जिला प्रशासन को अवगत कराया था और सरकारी धन की विकास के नाम पर गमन करने वाले पंचायत के भ्रष्ट कर्मीयों के उपर कार्यवाही की किए थे मांग परन्तु जिला प्रशासन व मुख्य कार्यपालन अधिकारी घुघरी की जांच के दौरान रोजगार सहायक सोन सिंह मरावी पर निकला गमन की राशी को दबाया गया एवं सोन सिंह मरावी को रोजगार सहायक से जनपद पंचायत घुघरी में अटैच में रखना मतलब भ्रष्टाचार में बढ़ावा देना ग्रामीणजनों ने समझा, ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर कहा कि अगर ग्राम रोजगार सहायक सोन सिंह मरावी का सेवा समाप्त नहीं किया गया तो जनपद पंचायत घुघरी में जमकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा ।ज्ञापन सौंपते समय जिला अध्यक्ष तिरू-सुरेन्द्र सिंह सिरश्याम, भागवत मरकाम, दीपक उलाडी,तिरूमाय ऊर्मिला उईके सामाजिक कार्यकर्ता, राधा चौधरी सामाजिक कार्यकर्ता सहित सभी संगठन के पदाधिकारी व समस्त ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
ग्रामीणों का कहना था रोजगार सहायक सोन सिंह मरावी का सेवा समाप्त करते हुए किये गए सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार और ग़बन की जांच भी किया जावे अब देखते हैं जिला प्रशासन क्या कार्यवाही करता है या फिर घुघरी में ऐसा ही भ्रष्टाचार चलता रहेगा।
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