रेवांचल टाईम्स - मंडला आदिवासी बाहुल्य जिले में बीते मंगलवार को बीजाडांडी जनपद मुख्यालय में मुख्यमंत्री कन्या विवाह समारोह का आयोजन हुआ था लेकिन जनपद समिति व जनपद सदस्यों के विरोध के चलते वर बधू को सरकार से मिलने वाली सामग्री का वितरण नही हुआ। जिस्से वर वधु में अंसतोष नजर आया वही नियमानुसार बीते दिनों मुख्यमंत्री कन्या विवाह समारोह में कन्याओं को मिलने वाली सामग्री की निविदा जिला स्तर निकली थी जिसका ठेका शहडोल, बालाघाट सहित मंडला की फर्मो को मिला था उक्त फर्मो ने शादी समारोह से एक दिन पहले सामग्री बीजाडांडी भेजना सुनिश्चित किया। जैसे ही उक्त सामग्री बीजाडांडी के बीआरजीएफ भवन पहुँची वैसे ही जनपद पंचायत की निगरानी टीम ने सामग्री की गुणवत्ता जानने वही पहुँच गई जिसमें सभी दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। जनपद समिति और सदस्यों ने कविता फेब्रिकेशन मंडला और पंकज इलेक्ट्रिकल बालाघाट द्वारा भेजी गई कोई भी सामग्री ISI मार्का की नही थी इन टेंडर लेने वालों के द्वारा भेजी गई सामग्री गुणवत्ता हीन पाई गई जिसकी शिकायत जनपद सदस्यों व नेताओं ने तत्काल खंड स्तर और जिला स्तर के अधिकारियों को अवगत कराया, अधिकारियों ने आश्वासन दिया उक्त सामग्री वर बधु को वितरण नही की जाएंगी। लेकिन जैसे ही शादियां सम्पन्न हुई वैसे ही अधिकारी कर्मचारियों ने उक्त गुणवक्ता हीन सामग्री वर बधू को वितरण करना शुरू कर दिया जिसके चलते जनपद पंचायत बीजाडांडी की अध्यक्ष श्रीमती करिश्मा पट्टा, जनपद उपाध्यक्ष विजेंद्र यादव सहित समस्त जनपद सदस्य एवं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी कार्यकर्ता पहुँच गये और शासन प्रशासन के खिलाफ़ नारे बाजी करते हुए वितरण हो रही सामग्री को रुकवा दिया जो आज दिनांक तक मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में लाभन्वित हो रहे वर वधु को वितरण नही हुई।
मुख्यमंत्री कन्या दान में सामग्री वितरण करने का मामला पहुँचा भोपाल...
सामग्री वितरण कर्ता फर्म पर कोई कार्यवाही न होने और सामग्री वापिस न होने की वजह से जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती करिश्मा पट्टा एवं जनपद सदस्य राजेन्द्र पट्टा भोपाल पहुँचे जहाँ उन्होंने जिले के प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह और संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन दे कर उक्त फर्मो पर कार्यवाही की मांग की है साथ ही जनपद सदस्य राजेंद्र पट्टा ने बताया कि मेरे द्वारा ज्ञापन दिए जाने के बाद प्रभारी मंत्री तत्काल संबंधित अधिकारियों को फोन लगाकर फटकार लगाते हुए सामग्री वापिस कर नगद राशि देने की बात कही है।
वही उक्त फर्मो के बिल शोषल मीडिया पर जमकर बायरल हो रहे जिसमें संबंधित फर्मो ने मंहगे दामो में टेंडर लिया लेकिन उक्त सामग्री को कम पैसों में खरीदा गया है जिससें प्रतीत होता कि किस कदर शासन और सरकार के द्वारा जारी का बन्दबाट करते हुए आर्थिक क्षति पहुंचाई जारही है। वही जागरूक जनप्रतिनिधियों ने गरीब जनता और लोगो के प्रति जागरूकता दिखाते हुए उक्त मामला भोपाल पहुँच गया है अब देखना होगा उक्त मामले में किस फर्म या अधिकारी पर कार्यवाही होगी या फिर लीपापोती कर घटिया सामग्री वितरण कर दी जाएंगी। और फिर गरीब वर वधु को भ्रष्टाचार के शिकार होंगे।
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