दैनिक रेवांचल टाइम सिवनी–जिले में अवैध कब्जा धारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं प्रशासन की लेटलतीफी के चलते लोग अवैध कब्जा कर लेते। जिले में कई ऐसे अवैध कब्जे हैं जो सालों से तहसीलदार के आदेश के बाद भी आज तक नहीं हटाए जा सके हैं इसी से अवैध कब्जा धारियों के हौसले बुलंद हैं ।
ताजा मामला गांव बींझावाड़ा में सामने आया जहां किसान अपनी जमीन 2012 में अभिनव सिसोदिया को बेच देते हैं अभिनव सिसोदिया उस जमीन पर 2020 तक खेती करते हैं और , 2020 में बारापत्थर निवासी बसंत झारिया को बेच देते हैं बसंत झारियां द्वारा 2022 तक खेती की जाती है 2022 में बरसाती फसल के लिए खेत की जुताई करने के बाद बसंत झारियां की पारिवारिक दिक्कतें आने के कारण वे खेत में बोनी नहीं कर पाते हैं उसी बीच 2012 में अपनी जमीन बेचने वाले उस जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लेते हैं किसान बसंत झारियां जब उस जमीन में पहुंचते हैं तो अवैध कब्जा धारियों द्वारा दबंगता दिखाई जाती है जिसकी शिकायत बसंत झारियां द्वारा तहसील न्यायालय में की जाती है जिसमें तहसील न्यायालय द्वारा 9/11 /2022 को बेदखली का आदेश दिया जाता है जिसका परिपालन 3/3/ 2023 को राजस्व व पुलिस अमले द्वारा किया जा कर अवैध कब्जा धारी रानू ,रिया ,सिया पिता ईश्वर चौधरी को कब्जा की हुई जमीन से बेदखल कर के बसंत झारिया को उस जमीन पर कब्जा दिलाया गया।
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