कहते हैं कि मनुष्य अपने जीवन में जैसे कर्म करता है, वैसे ही फल भी भोगता है और जीवन से लेकर मृत्यु तक के इस सफर के बारे में गरुड़ पुराण में जानकारी दी गई है. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि अच्छे कर्म करने वाले व्यक्ति का जीवन बेहतर होता है. जबकि बुरे कर्म करने वाले व्यक्ति को कई परेशानियां झेलनी पड़ती है. इसलिए व्यक्ति को हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिए. ताकि जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर किया जा सके. गरुड़ पुराण के मुताबिक व्यक्ति को अपने जीवन में नियमित तौर पर ये 5 कार्य अवश्य करने चाहिए. जिसके बाद जीवन में सुख-शांति के साथ ही मृत्यु के बाद भी सद्गति प्राप्त होती है.
कुलदेवता की पूजा
आज भी कई लोग हैं जिन्हें अपने कुलदेवता के बारे में नहीं पता होगा, कुल देवता का अर्थ है कुल के देवता. मान्यता के अनुसार हर कुल के एक आराध्य देवी-देवता होते हैं, जिनकी आराधना विशेष तिथियों में की जाती हैं. गरुड़ पुराण के अनुसार कुल देवता के प्रसन्न होने से आपकी सात पीढ़ियां खुशहाल रह सकती हैं
भगवान को लगाएं भोग
जिस घर पर भोजन को बिना चखे भगवान को भोग लगाया जाता है, उस घर में कभी भी अन्न और धन की कमी नहीं होती है. इसलिए अगर आप अन्नपूर्णा और मां लक्ष्मी की मेहरबानी चाहते हैं तो इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि किचन में कभी भी जूठा खाना न रखें. इसके साथ ही घर को गंदा न रखें.
अन्न दान
हिंदू धर्म में दान का बहुत अधिक महत्व है, कहा जाता है कि भूखों को भोजन कराने से आपको पुण्य की प्राप्ति होती है, इसलिए अपने सामर्थ्य के अनुसार दान जरूर करें. इससे आपकी पीढ़ी के अलावा सात पीढ़ियों का कल्याण होगा.
ग्रंथों का पाठ
गरुड़ पुराण के अनुसार हर एक व्यक्ति को धर्मग्रंथ में छिपे हुए ज्ञान और विद्या को समझना चाहिए, आप उच्च व्यावाहारिक शिक्षा के साथ धर्म-कर्म का भी ज्ञान रखें.
चिंतन
तप, ध्यान, चिंतन आदि करने से आपका मन शांत रहेगा, क्रोध दूर रहेगा. जिससे घर पर सुख-शांति रहेगी और आप अपनी मेहनत से पुरुषार्थ करें.
डिस्क्लेमर: यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं.
रेवांचल टाइम्स इसकी पुष्टि नहीं करता. इसके लिए किसी एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.
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