जबलपुर/कटनी. एमपी के कटनी जिला स्थित बरही नगर परिषद में पदस्थ रेवन्यू इंस्पेक्टर (सहायक राजस्व निरीक्षक) अक्षय जोशी को जबलपुर से पहुंची लोकायुक्त की टीम ने उस वक्त रंगे हाथ पकड़ा है. जब वह पीएम आवास योजना के तहत मकान स्वीकृत करने 12 हजार रुपए की रिश्वत ले रहा था. राजस्व निरीक्षक के लोकायुक्त टीम के हत्थे चढऩे की खबर से नगर परिषद कार्यालय में हड़कम्प मच गया.
इस संबंध में लोकायुक्त एसपी संजय साहू ने बताया कि ग्राम छिंदिया जिला कटनी निवासी भीमप्रसाद कचैर ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान लेने के लिए आवेदन दिया था. उक्त मकान को स्वीकृत करने के लिए जब सहायक राजस्व निरीक्षक अक्षय जोशी से संपर्क किया तो उसने १२ हजार रुपए की रिश्वत मांगी. सहायक राजस्व निरीक्षक अक्षय जोशी द्वारा रिश्वत की मांग किए जाने की शिकायत पीडि़त भीमप्रसाद ने लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर दी. इसके बाद आज १२ हजार रुपए लेकर नगर परिषद कार्यालय पहुंचा, जहां पर अक्षय जोश मिले और उन्होने मुख्यमार्ग पर बुला लिया. यहां पर जैसे ही भीम प्रसाद ने रिश्वत की राशि दी तो लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवडे, इंस्पेक्टर स्वप्रिल दास, नरेश बेहरा, कमल उईके को घेराबंदी रंगे हाथ पकड़ लिया. लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते ही सहायक राजस्व निरीक्षक अक्षय जोशी ने रुपए फेके और विवाद करने पर उतारु हो गया. जिन्होने अधिकारियों ने शांत कराकर कर कार्यवाही की. अक्षय जोशी के पकडऩे जाने की खबर नगर परिषद बरही में आग की तरह फैल गई, देखते ही देखते आफिस के कर्मचारी व अधिकारी एकत्र हो गए, जिनके बीच तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त रही.
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