मण्डला 14 फरवरी 2023
कृषि विज्ञान केन्द्र
मण्डला के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. के.व्ही. सहारे के मार्गदर्शन में
ग्राम गाजीपुर मंे अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के अंतर्गत कोदो एवं कुटकी के मूल्य
संवर्धित उत्पादों का प्रशिक्षण दिया गया जिसमें ग्राम की 20 महिलायें उपस्थित रही। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. आर.पी. अहिरवार
एवं डॉ. प्रणय भारती, केतकी धूमकेती उपस्थित
रहे। कार्यक्रम सहायक केतकी धूमकेती द्वारा महिलाओं को लघु धान्यों की उपयोगिता
एवं पोषकीय महत्व के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। साथ ही प्रशिक्षण में
कोदो-कुटकी के लड्डू, खीर एवं चकली, सेव आदि तैयार कराई गई जिससे कोदो एवं कुटकी को दैनिक आहार में शामिल करने
हेतु बढ़ावा मिले। उन्होने बताया कि कोदो एवं कुटकी में चावल और गेहू की तुलना में
रेशा, प्रोटीन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस अधिक
मात्रा में उपस्थित होते हैं, जो शरीर को सुचारू रूप से
चलाने हेतु आवश्यक हैं। लघु धान्य कोलेस्ट्रोल कम करने, मोटापा घटाने, एनीमिया निवारण में सहायक हैं। इसका कम ग्लाइसेमिक सूचकांक होता है, जिससे यह मधुमेह रोगियों द्वारा अपने आहार में शामिल किया जाता है। लघु
धान्यों के प्रसंस्करण उपरांत इसका बाजार मूल्य अधिक मिलता है, जिससे किसान अपनी आमदानी बढ़ा सकते हैं। इस प्रकार लघु धान्य सेहत बनाने के
साथ-साथ आय बढ़ाने मे भी सहायक हैं।
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