रेवांचल टाईम्स - कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले ने आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में विकास यात्रा, सीएम हेल्पलाईन, राजस्व और अन्य विभागों की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में सहायक कलेक्टर सुश्री वैशाली जैन, एसडीएम अतुल सिंह, नगरपालिक निगम आयुक्त राहुल सिंह, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एस.के.गुप्ता और उप संचालक कृषि जितेन्द्र कुमार सिंह के साथ ही अन्य विभागों के अधिकारी कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में उपस्थित थे, जबकि सभी एसडीएम, अन्य सेक्टर ऑफिसर व खंड स्तरीय अन्य अधिकारी वीसी के माध्यम से बैठक में उपस्थित हुए।
बैठक में श्रीमती पटले ने जिले में संचालित विकास यात्रा की समीक्षा करते हुये निर्देश दिये कि यात्रा के दौरान आवेदकों से उनकी समस्याओं से संबंधित आवेदन भी प्राप्त करें और निर्धारित समय सीमा में उन्हें निराकृत भी करें । विकास यात्रा के दौरान राजस्व के अंतर्गत नक्शा दुरूस्तीकरण, जाति प्रमाण पत्र, नामांतरण, बंटवारा आदि के आवेदन प्राप्त कर उनका निराकरण करें । आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड, दिव्यांगता प्रमाण पत्र आदि बनाने का कार्य प्राथमिकता से करें । मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में जो हितग्राही छूट गये हैं, उनके आवेदन भी प्राप्त करें और उन्हें शासन की योजनाओं से लाभान्वित करें । उन्होंने निर्देश दिये कि प्रत्येक दिवस निर्धारित थीम के अनुसार संचालित की जा रही विकास यात्रा के बिंदुओं को ध्यान में रखते हुये सभी संबंधित विभाग हितग्राहियों को लाभान्वित करें। उन्होंने सीएम हेल्पलाईन की प्रगति की विभागवार व विकासखंडवार समीक्षा करते हुये निर्देश दिये कि संतुष्टिपूर्वक आवेदनों के निराकरण को 50 प्रतिशत से ऊपर ले जाने का प्रयास करें जिससे जिले की रैंकिंग बेहतर बनी रहे । उन्होंने समय सीमा में सभी आवेदनों का निराकरण करने के निर्देश दिये और राजस्व व स्वास्थ्य विभाग को ज्यादा मेहनत करने के लिये कहा। उन्होंने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछडा वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति की स्वीकृति व वितरण की स्थिति की जानकारी प्राप्त की और शत-प्रतिशत छात्रवृत्ति स्वीकृत कर वितरित करने के निर्देश दिये । उन्होंने लाडली लक्ष्मी योजना, उज्ज्वला योजना, किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति, अटल पेंशन योजना और अन्य योजनाओं की प्रगति की जानकारी भी प्राप्त की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये । उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि दिव्यांग व्यक्तियों के दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लिये विकासखंडवार शिविर आयोजित करें और 5 वर्ष से कम आयु के ऐसे मुखबाधित बच्चों को चिन्हित करें जिनके कॉकलियर ऑपरेशन किये जा सकें ।
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