रेवांचल टाईम्स - मंडला जिले के नैनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत पाठासिहोरा जो आदिवासी बहुल क्षेत्र के जागरूक ग्राम पंचायत के नाम से जानी जाती है यहां केंद्रीय मंत्री,राज्य मंत्री,कलेक्टर,एसपी जनप्रतिनिधि अधिकारियों का हमेशा आगमन होता है। इतने के बाद भी आज क्षेत्र के आदिवासी गरीब वर्ग के ग्रामीण बच्चे अपनी शिक्षा के लिए हो रहे मोहताज
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने स्कूल से ली जानकारी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दायित्ववान कार्यकर्ताओं के द्वारा बताए गए की 20 फरवरी को विकासखंड नैनपुर की ग्राम पंचायत पाठासिहोरा के संकुल केंद्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव एवं विद्यार्थियों के द्वारा जानकारी लेने पर बताया गया कि इस विद्यालय में विगत 6 माह से विज्ञान संकाय,रसायन शास्त्र,भौतिक शास्त्र,गणित विषयों के शिक्षक नहीं है। अतः शिक्षकों की कमी से हम छात्र-छात्राएं अपनी शिक्षा से वंचित हो रहे हैं एवं बाउंड्री वॉल,साइकिल स्टैंड,शौचालय जैसे अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के ना होने से छात्र-छात्राओं को परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए शिक्षक एवं छात्र छात्राओं के द्वारा अनेकों बार विधायक,सांसद,शिक्षा विभाग के विकासखंड से लेकर जिला स्तर तक के उच्चाधिकारियों को इन समस्याओं की जानकारी से अवगत कराया गया परंतु समस्या का निराकरण जस की तस बनी हुई है और विद्यार्थियों के एक सप्ताह बाद मार्च से 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं प्रारंभ होगी सभी अपने परीक्षा में उत्तीर्ण होने व आगे की पढ़ाई के लिए चिंतित हो रहे।
मार्च से बोर्ड परीक्षा प्रारंभ शिक्षा विभाग की खुली पोल
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा आदिवासी गरीब छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ की आज शिक्षा विभाग की पोल खोली गई जिसमें आगामी मार्च से 11 वीं 12वीं बोर्ड के परीक्षाएं प्रारंभ होने वाली है और जागरूक विकासखंड नैनपुर ग्राम पंचायत पाठासिहोरा के संकुल केंद्र मैं भौतिक शास्त्र रसायन शास्त्र विज्ञान शास्त्र गणित विषयों के एक भी शिक्षक नहीं होने की जानकारी सामने आ रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है एक और प्रदेश के मुखिया शिवराज चौहान चिल्ला चिल्ला कर अपने भांजा भांजीयों की शिक्षा में कोई कमी आने नहीं देंगे की बात कहते हैं परंतु आदिवासी बहुल क्षेत्र मैं 4 विषयों में से एक भी शिक्षक उपलब्ध ना होना शिक्षा विभाग की नाकामियां सामने आई। आदिवासी गरीब वर्ग अपने 11वीं 12वीं के प्रमुख कक्षाओं की परीक्षा में भविष्य बनाने चिंतित आखिर इतनी बड़ी लापरवाही कैसे इसका जिम्मेदार कौन इस विषय पर उच्च अधिकारियों निष्क्रियता से गरीब छात्र छात्राओं के भविष्य अंधकारमय
इनका कहना है...
1-- हमारे द्वारा अनेकों बार विज्ञान भौतिक रसायन गणित विषयों के शिक्षकों की कमी व अन्य व्यवस्थाओं के बारे में विकासखंड से लेकर जिला स्तर तक के उच्च अधिकारियों को आवेदन निवेदन से अवगत कराया गया है। परंतु अभी तक निराकरण नहीं हुआ।
श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव
प्राचार्या,शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पाठासिहोरा नैनपुर
2-- पाठासिहोरा विद्यालय मैं शिक्षकों की व अन्य व्यवस्थाओं की कमी की जानकारी मिली अ.भा.वि.प. नैनपुर के कार्यकर्ताओं ने विद्यालय पहुंचकर प्राचार्य जी से जानकारी ली शिक्षकों की व अन्य व्यवस्थाओं की कमी सामने आई। मार्च में बोर्ड परीक्षा प्रारंभ होना है यहां शिक्षक नहीं है। समस्या का निराकरण ना होने पर अ.भा.वि.प नैनपुर इकाई उग्र आंदोलन करने बाध्य होगी।
प्रवीण छोटे ठाकुर
नगर मंत्री नैनपुर,प्रांत कार्यकारिणी सदस्य अ.भा.वि.प
3 मैं 11वीं गणित संकाय का छात्र हूं हम खुद की पढ़ाई खुद करते हैं। इस विद्यालय में विज्ञान भौतिक रसायन गणित विषय के शिक्षक नहीं है। व साइकिल स्टैंड शौचालय पानी की व्यवस्था नहीं है आगामी माह में परीक्षा प्रारंभ होगी इसकी चिंता बनी है।
मनीष उईके
छात्र कक्षा ग्यारहवीं गणित संकाय शासकीय पुस्तक माध्यमिक विद्यालय
पाठासिहोरा नैनपुर
4 ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को अतिथि शिक्षक की भर्ती करने का पावर नहीं है प्रिंसिपल को भर्ती करने का अधिकार है मेरे द्वारा प्रिंसिपल को भर्ती करने अनेकों बार बोला गया।
एमडी सोलंकी
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी नैनपुर
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