रेवांचल टाईम्स - मंडला नगर पालिका की घोर उदासीनता के चलते मंडला शहर में विकास ही विकास दिखाई देता है मंडला शहर के मुख्य मार्ग बिंझिया चौराहा से लेकर उदय चौक तक और नेहरू स्मारक से लेकर अंबेडकर चौराहा तक चिलमन चौक से लेकर कृषि उपज मंडी यह है मंडला शहर का मुख्य मार्ग इस मार्ग की स्थिति यह है कि 30 फीट की चौड़ी सड़क अतिक्रमण की चपेट में आकर 10 फीट की रह गई 20 फीट में अतिक्रमण हो चुका है और सबसे बड़ी विशेषता यह है कि अतिक्रमण कर दुकान लगाने वाले दुकानदारों को नगर पालिका द्वारा हटाने की जगह इनसे प्रतिदिन के हिसाब से पैसों की वसूली की जाती है याने की नगर पालिका मंडला अतिक्रमण को बढ़ावा दे रही है जब स्थानीय लोगों के द्वारा विरोध प्रकट किया जाता है तो आनन फानन में दिखावे के लिए एक-दो दिन दिखावे की कार्रवाई की जाती है और एक दो दिन बाद पुनः अतिक्रमण की दुकानें फिर सज जाता है शहर की स्थिति जस की तस हो जाती है जबकि इन मुख्य मार्गों से प्रतिवर्ष शहर के आला अधिकारियों का आवागमन होता रहता है वहीं यदि जनप्रतिनिधियों की बात की जाए तो उन्हें भी शहर की सुंदरता के बारे में कोई लेना देना नहीं है यह व्यापारियों से पंगा मोल नहीं लेना चाहते क्योंकि यह इनके वोट बैंक है अब देखना यह है कि कौन कण वीर मंडला के मुख्य मार्गो से अतिक्रमण हटाने के लिए सामने आएगा या फिर दिन व दिन सड़के चौड़ी की जगह सकरी होती जाऐगी।
वही चिलमन चौक से बड़ी खैरी की और बनी चौड़ी सड़क में बने फुटपाथ भी अतिक्रमण का शिकार हो चुकी है और दुकान संचालक अपनी दुकानें के सामानों को फुटपाथ में सजा कर अपनी दुकानों की शोभा बढ़ा रहे है और अतिक्रमण हटाने वाला अमला अपने हाथ मे हाथ मे धरे हुए बैठा हुआ है या फिर अधिकारी के आदेश का इंतजार कर रहा है। वही दुकानदारो के द्वारा फुटपाथ में अबैध कब्जा के कारण जो लोग पैदल चलना चाह रहे है उन्हें सड़को में वाहनों के बीच बचते बचाते हुए चलना पड़ रहा है क्योंकि जहाँ पर लोगो के चलने के जगह बनाई गई है उसमें तो बड़ी बड़ी दुकानों के समान रखे हुए जिससे पैदल चलने वालों राहगीरों को चलने में काफी परेशानी होती है।
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