मंडला 14 जनवरी 2023
किसान अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर रहते हैं लेकिन
सिंचाई की सुविधा न हो पाने पर वे कृषि कार्य कर पाने में असमर्थ हो जाते हैं।
वहीं आज महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी (मनरेगा) एवं खेत-तालाब योजना
ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की आजीविका के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रही है। मंडला
जिले के ग्राम केवलारी रैयत निवासी झंगलू का कहना है कि पहले 7 से 8 एकड़ जमीन होने के बावजूद भी एक ही फसल की खेती कर पाता था, जिसके कारण परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं रहती थी।
झंगलू ने बताया कि मैंने खेत तालाब योजना का लाभ लेने के
लिए आवेदन किया तथा आवेदन स्वीकृत होने के बाद 2.50 लाख की राशि प्राप्त होते ही मैंने मनरेगा योजना के अंतर्गत खेत तालाब का
निर्माण कराया। अब मेरे पास तालाब का भरपूर पानी है जिसका उपयोग मैं खेत की सिंचाई
में करते हुए दोगुनी फसल उपजा रहा हूं। तालाब में 40 से 50 क्विंटल मछली का उत्पादन भी कर रहा हूं। झंगलू आगे बताते
हैं कि मछली उत्पादन से 60 से 70 हजार रूपए और कृषि से 25 से 30 हजार रूपए की वार्षिक आय हो जाती है। अब मेरी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर
हुई है। मैं इस योजना का लाभ देने के लिए मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देता हूँ।
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