रेवांचल टाईम्स - वन विभाग और एसडीएम और तहसीलदार को शिकायत होने के बाद जांच के नाम पर खाना पूर्ति
कहते हैं। की जांच और अधिकारिकारियो के बीच लक्ष्मी देवी आती हैं। हर शिकायत और जांच सिर्फ दब कर रह जाती हैं। और जनता सिर्फ कागज लेकर भटकती है। ऐसा ही एक मामला ग्राम समनापुर में चंद्रेश कटियार व्यापारी ने मिड को किराए में लिया है। पूर्व में ही मिड वे में लगे दो चंदन के पेड़ थे। जिसमें कटियार के द्वारा पूर्व में एक पेड़ को काट दिया गया था। जिसकी शिकायत एसडीएम नैनपुर तहसीलदार नैनपुर से लिखित शिकयत की गई थी। वही चंद्रेश कटियार के हौसले इतने बुलंद है। जांच के बाद हरा भरा चन्दन का पेड़ काट दिया वही निर्माण के दौरान भूमि पर दो बेसकीमती चन्दन के पेड़ थे।शिकायत के बाद निर्माण कार्य बन्द था। इसके बाद वर्तमान में एक सप्ताह के बाद एक पेड़ को जड़ से काट दिया गया था। आसपास दूसरा चन्दन का पेड़ को भी मिड वे में अन्य जगह शिफ्ट किया हैं। जोकि सुख चुका हैं। मगर अधिकारी जांच के नाम पर खानापूर्ति कर रहे हैं।
प्रशासन से शिकायत हुई मगर जॉच संदेह के घेरे में
जिसकी शिकायत ग्राम वासियों के द्वारा मंडला रेस्टोरेंट संचालक जय राम कटियार के द्वारा कलेक्टर, नैनपुर एसडीएम, तहसीलदार, काट दिया जाना स्थानीय प्रशासन को खुली वनविभाग एंव अन्य स्थानों में की गई थी चुनौती दी जाना स्पष्ट कर रहा है। जिससे जिसके बाद निर्माण कार्य को तहसीलदार के ग्रामवासी आक्रोषित दिखाई दे रहे हैं। हस्तक्षेप पर बन्द कराया गया था तथा चंदन के पेड़ जैसे गम्भीर मामले की जांच की जाना अति आवश्यक हैं। कैसी जांच चल रही हैं। जिसमें आज तक मिड वे संचालक के विरुद्ध कोई प्रकरण दर्ज नहीं हो सका वही ग्रामवासी भी दबी जुबान में कहते हैं। अधिकारियों ने जांच के नाम पर मोटी रकम ले ली इसलिए जांच पूरी नही हो पा रही है। जबकि तहसीलदार जांच के दौरान हराभरा चंदन का पेड़ पाया था। मौके पर अप्रैल 2022 को एक पेड़ काटा गया था जांच कार्रवाई के बाद दूसरे पेड़ को हालही में काट दिया गया।
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