रेवांचल टाईम्स - मध्य प्रदेश के मुखिया लाख कह ले की राशन घोटाले बाजो को जेल में डालना है। मगर उनका कहा सिर्फ हवा में साबित हो रही हैं। क्योंकि जिनको घोटाला करना है। उनको सिर्फ अधिकारियों से साठ गांठ करनी होती हैं। और बड़े बड़े खेल हो जाते हैं। इसी तर्ज में नैनपुर क्षेत्र के अंतर्गत नीता वेयर हाउस नैनपुर, लक्ष्मी वेयर हाउस नैनपुर, कृषि उपज मण्ड़ी प्रागंण नैनपुर, ओपन केप हीरापुर , पीपरदौन चिरईड़ोगरी रेल्वे की गोदामों में मध्यप्रदेश वेयर हाऊसिंग एण्ड लॉंजिस्टिक्स कार्पोरेशन के प्रभारी अरविंद कहार कर्मचारी नंद किशोर बिसेन एवं नागरिक आपूर्ति निगम मण्डला शाखा नैनपुर के प्रबंधक किशोर कुमार शिंदे के द्वारा पेटी परिवहनकर्ता के वाहनों से व्यापारियों और किसानों से मिलीभगत कर हजारों क्विंटल धान को लाकर स्टेकिग स्टेकों के बीचों बीच में पुरानी एवं अमानक धान खरीदी प्रभारियों के माध्यम से रखवाई गई है। जिसमें लाखों रूपये की अवैद्य कमाई कर सरकार को चुना लगाया गया है। उक्त गोदामों में रखी हुई अमानक धान की जॉंच जिला उपार्जन समिति से कराए जाने की मांग कलेक्टर मण्डला के यहॉं आयोजित जन सुनवाई दिनांक 24 जनवरी 2023 को हिमांशु जायसवाल नैनपुर ने एक लिखित आवेदन देकर मांग की है। मगर अधिकारियों ने कागजी खानापूर्ति कर शिकायत को गुम नाम बना दिया हैं। वही जानकर यह भी बता रहें हैं। की धान का कोई छोटा खेल नही हैं। करोड़ों का खेल होता है। मगर अधिकारी शिकायतों को जान बुझ कर दबा देते हैं।
कलेक्टर से निष्पक्ष जॉंच करवा कर दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने की मांग..
शिकायत होने के बाद विभागीय अधिकारी ऐसा खेल रचते है। की शिकायतकर्ता को कुछ समझ नहीं आता हैं।और अधिकारी इसका फायदा लेकर शिकायकर्ता को झूठा साबित कर शिकायत को बंद कर देते हैं। वही इस खेल में पत्रकार भी शमिल हैं। जिनका अच्छा खासा कमीशन बधा हुए हैं। जो शिकायत होने पर मामले को खत्म करने का दबाव बनाते हैं। और शिकायत की लीपापोती करते हैं। मगर जल्द ही ऐसे पत्रकारों का खुलासा भी होगा जो आपने आप को बॉस बता कर अधिकारियों पर भी प्रभाव डालने की कोशिश करते हैं। वही नैनपुर नगर एव ग्रामीण क्षेत्रों में राशन वितरण करने वाले उपभोक्ता भण्डारों का कोई जानकारी नही है। हमें तो मात्र समाचार पत्रों के माध्यम से पता चलता है किे नगर में राशन वितरण करने वाले उपभोक्ता भण्डार भी संचालित है। एक आदमी ही एक उपभोक्ता भण्डार का सब कुछ है इनके अध्यक्ष सचिव मैनेजर कर्मचारीयों की कोई जानकारी नहीं है। कहॉं से पैसा आ रहा है कौन पैसा लगा रहा है और कौन राशन बटवा रहा है और इनका पूरा हिसाब संचालकों के घरों से हो रहा है। इन उपभोक्ता भण्डारों के नगर में या आस पास में कोई स्थायी कार्यालय नहीं है। इन उपभोक्ता भण्डारों के आय व्यय का ब्यौरा कौन दे रहा है और कौन से सदस्य हिसाब ले रहै है और उपभोक्ता भण्डारों से होने वाली आय किसके पास है और कितनी है। इसकी जानकारी सहकारिता विभाग को सार्वजनिक करना चाहिए।
ग्रामीण क्षेत्रो में उपभोक्ता भण्डारो, आदिम जाति सेवा सहकारी समितियों की राशन दुकानों में जमकर घोटाला
कुछ राशन दुकान दारों ने नाम न छापने की शर्त में बताया कि कोई भी राशन दुकान दार की इतनी हिम्मत नहीं है। कि वह अकेले अपने बल पर रास्ते में या राशन दुकान से सीधे व्यापारीयों के यहॉं राशन बेच दे। राशन का घोटाला एफ0 सी0 आई0 गोदाम के प्रभारी कर्मचारी एवं नागरिक आपूर्ति निगम शाखा नैनपुर के प्रभारीयों के द्वारा लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत राशन दुकानों को देने वाला राशन में से बेचने वाले राशन को वेयर हाऊस नैनपुर में रोक लिया जाता है। जिसका रिलीज आर्डर (आर0 ओ0) पहले जारी करके दुकान दार को दे दिया जाता है और बाद में परिवहन कर्ता की आपसी मिली भगत से परिवहन कर्ता के वाहन में राशन गोदाम से राशन लोड करके सीधे व्यापारीयों के यहॉं बेच दिया जाता है। जिसका पैसा राशन दुकान दारों को पेटी परिवहन कर्ता के द्वारा दिया जाता है। आज तक इसी प्रकार से राशन बिकता आ रहा है । नागरिक आपूर्ति निगम के जिला अधिकारीयों को सब जानकारी है। परन्तु पेटी परिवहन कर्ता के द्वारा फेके गए चंद कागजों के नोटों की चमक पर नतमस्तक है। यदि वर्ष 2001 से कागजों पर देखा जाए तो नागरिक आपूर्ति निगम से लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के परिवहन का ठेका किसी ओर का हो रहा है उन ठेकेदारो ने आज तक परिवहन का कार्य नहीं किया है उससे महंगे रेट पर पेटी परिवहन कर्ता को परिवहन का कार्य दे दिया जाता है परिवहन का बिल अनुबंधित ठेकेदार को किया जाता है। परिवहन ठेकेदार के द्वारा पेटी परिवहनकर्ता को नगद या चैंक से राशि का भुगतान किया जाता है। यहॉं पर भी परिवहन कर्ताओं के द्वारा सरकार के टेक्स पर डाका डाल कर चूना लगाया जा रहा है।
राशन घोटाले में जिला कलेक्टर सज्ञांन ले..
नैनपुर में लगातार वर्षो में हुऐ राशन घोटाले और वह वर्ष 2001 से वर्तमान तक के एफ0 सी0 आई0 गोदाम और नागरिक आपूर्ति निगम शाखा नैनपुर के समस्त रिकार्डो को खंगाला जाए तो अरबों खरबों रूपयों का राशन घोटाला उजागर होगा। मगर इस राज के उजागर होते ही कितने बड़े बड़े मगरमच्छ जेल की हवा खायेगे इसका अनुमान लगाना नामुकिन हैं। मगर में बैठे अधिकारी ही इस घोटाले में शामिल हैं। इसलिए इसकी सिलसिलेबार जांच नही होने दे रहे हैं। क्योंकि जिले और नगर के कुछ जिम्मेदार पत्रकारों को हर माह का बड़ा कमीशन बना हुआ हैं।
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