मंडला 6 जनवरी 2023
कलेक्टर हर्षिका सिंह ने बिछिया अनुविभाग के दौरे के
मद्देनज़र सरारटोला, खटोला, खलौड़ी तथा नेवसा क्षेत्र का विस्तृत दौरा किया। उन्होंने सरारटोला में पीएम
आवास योजना के हितग्राही के घर चल रहे आवास निर्माण कार्य का अवलोकन किया। श्रीमती
सिंह ने हितग्राही से चर्चा करते हुए उन्हें शासन की तरफ से मिलने वाली राशि के
बारे में जानकारी ली। उन्होंने हितग्राहियों द्वारा रेत की समस्या बताए जाने पर
संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में किए गए
आवासों के लिए रेत की मांग का आंकलन करें तथा तत्काल माईनिंग अधिकारी को भेजें।
खटोला में सर्वाधिक भू-आवासीय योजना के लिए हितग्राही
श्रीमती सिंह ने खटोला में ग्रामीणों से चर्चा करते हुए
उन्हें मुख्यमंत्री भू-अधिकार आवासीय योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने योजना के लाभ के लिए चिन्हित किए गए हितग्राहियों से बात की तथा उन्हें
योजना के बारे में बताया। इस दौरान उन्होंने बताया कि खटोला मंडला जिले की ऐसी
पंचायत है जिसमें मुख्यमंत्री भू-अधिकार आवासीय पट्टे अधिकतम लोगों को जारी किए जा
रहे हैं। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि पात्र हुए हितग्राहियों
को पट्टे की जगह का मुआयना कराएं। कलेक्टर ने इस दौरान ग्रामीणों को पेसा एक्ट की
जानकारी भी दी तथा उन्होंने अधिनियम के अंतर्गत ग्रामसभा निधि खोलने के निर्देश
दिए।
आयुष्मान कैम्प का निरीक्षण
कलेक्टर ने खटोला तथा खलोड़ी में आयोजित किए गए आयुष्मान
शिविर का भी औचक निरीक्षण किया तथा शिविर में आयुष्मान पंजीयन के बारे में
आंकड़ेवार जानकारी ली। श्रीमती सिंह ने स्कूल शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि
बच्चों के आधार अपडेशन का कार्य पूर्ण कराएं। इस कार्य में बीआरसी को लगाएं तथा
सतत रूप से आधार अपडेशन को पूर्ण करते हुए बच्चों के आयुष्मान पंजीयन का कार्य
पूर्ण कराएं। श्रीमती सिंह ने खलोड़ी में सरपंच एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों से
चर्चा करते हुए पेसा एक्ट के प्रावधानों की जानकारी दी तथा स्थानीय समस्याओं के
बारे में पूछा।
दिव्यांग आयुष से मुलाकात
बिछिया के भ्रमण के दौरान कलेक्टर हर्षिका सिंह ने दिव्यांग
आयुष के घर पर बच्चे से मुलाक़ात की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित
किया कि आयुष को उनकी पात्रता अनुसार सभी योजनाओं का लाभ दें। उन्होने आयुष के
दिव्यांग प्रमाण पत्र, स्वास्थ्य परीक्षण तथा अन्य
ज़रूरी जाँच के बारे में उनकी माता तथा स्थानीय अमले से जानकारी ली। कलेक्टर ने
संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि आयुष एवं उनके परिवार का आयुष्मान पंजीयन
भी सुनिश्चित कराएं। आयुष गृह आधारित दिव्यांग बालक है जिसे अब तक सामाजिक सुरक्षा
के तहत पेंशन,
वार्षिक परिवहन भत्ता, व्हीलचेयर तथा टीएलएम किट प्रदान की जा चुकी है।
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