मंडला 22 दिसम्बर 2022
जिले के समस्त शासकीय
विद्यालयों के समावेशी शिक्षा के नोडल शिक्षकों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण 20 दिसंबर 2022 को साईं कृपा मंगल भवन में आयोजित किया
गया। उन्मुखीकरण कार्यक्रम में राज्य स्तर से प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षक योगेश
चौरसिया उच्च माध्यमिक शिक्षक शास उमावि
क्रमांक-2 के द्वारा आवश्यकता, समावेशी शिक्षा, आरपीडब्ल्यूडी एक्ट 2016, 21 प्रकार की दिव्यांगता
एवं विपिन लखेरा उमावि शिक्षक शास उत्कृष्ट उमावि मंडला के द्वारा उन्मु्खीकरण
कार्यक्रम में साइन लेंग्वेज के बारे में बताया गया। उन्होंने बताया कि सांकेतिक
भाषा लोगों को जोड़ती है। श्रवण बधिर बच्चों के माता-पिता बधिर बच्चों के साथ संवाद
कर सकते हैं। आप काँच की खिड़की के माध्यम से भी संवाद कर सकते हैं। आप पानी के
भीतर सांकेतिक भाषा का उपयोग कर सकते हैं। आप बिना चिल्लाए या शोर किये पूरे कमरे
में बात कर सकते हैं। आप खाना खाते समय भी सांकेतिक भाषा का प्रयोग कर वार्तलाप कर
सकते हैं। श्रवण बधिरों के साथ कार्य करने वाले कर्मचारी,
अधिकारी
श्रवण बधिरों से आसानी से संवाद कर सकते हैं। श्रवण बधिर विद्यार्थिओं को शिक्षक, प्रशिक्षक द्वारा कक्षा-कक्ष में आसानी पढ़ाया जा सकता हैं। श्रवण बधिर
विद्यार्थिओं को सांकेतिक भाषा में पढ़ाने से शैक्षणिक उद्देश्यों की प्राप्ति
आसानी से हो सकती है। कक्षा-कक्ष में सांकेतिक भाषा के उपयोग से विद्यार्थिओं में
मनोबल बढ़ता है। कक्षा-कक्ष में सांकेतिक भाषा के उपयोग से समय, धन, मेहनत कम लगती है। रोजगार के लिए एक उपयोगी कौशल मिलता है।
इस प्रकार उन्होने मेन्टल हेल्थ, स्पेसिफिक लर्निंग
डिस्एबिलिटि, दृष्टि बाधिता तथा श्रवण बाधिता पर विस्तृत
रुप से बताया। सम्पूर्ण कार्यक्रम जिला शिक्षा अधिकारी सुनीता बर्वे एवं एपीसी
समग्र शिक्षा सेकेण्ड्री एजुकेशन मुकेश कुमार पाण्डेय की उपस्थित में सम्पन्न
कराया गया। आभार प्रदर्शन नोडल अधिकारी सुभाष चन्द्र चतुर्वेदी द्वारा किया गया।
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