रेवांचल टाईम्स - मंडला जिले के अंतर्गत आने वाली नैनपुर जनपद पंचायत के अधिकारियों की मिली भगत कारण सचिव और रोजगार सहायक के विरुद्ध नहीं हो रही कार्यवाही
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार कह रहें कि हर स्तर पर भ्रष्टाचार खत्म करना है। मगर उसके कर्मचारी और अधिकारी लगातार और तेज गति से घोटाला कर रहें हैं। और जमकर घोटलो की झड़ी लगा दीये है। मगर विभाग के अधिकारी मुख्यमंत्री की बातों को हवा में उड़ा रहे हैं।मगर कब तक सिर्फ इन घोटाले बाज पर कार्यवाही होगी समझ से परे है। वही मामला नैनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत तुमरी टोला मे नया मोड़ सामने आया है। जिसमें टूमरी टोला निवासी मनोज उईके जोकि मृतिका का पुत्र है और शिकायतकर्ता जिसको लगातार सचिव और रोजगार सहायक और पंचायत के कर्मचारियों के द्वारा परेशान किया जा रहा है। वही आवेदक को मानसिक प्रताड़ना भी दी जा रही है और बार बार शिकायत वापस लेने का दवाब भी बनया जा रहा हैं जिसके कारण प्रताड़ित होकर आवेदक ने पुलिस थाना बम्हनी बंजर में सचिव और रोजगार सहयक के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई है।
आधी रात को पहुंच जाते है। सचिव और रोजगार सहायक के परिचित
वही पीड़ित का कहना है। की रोजगार सहायक और सचिव के परिचित व्यक्ति समझौता करवाने के लिए आधी रात को आवेदक के पहुंच जाते है और शिकायत वापस लेने का भारी दवाब बनाते है। जिससे मनोज उईके परेशान होकर पुलिस में शिक़ायत दर्ज करवाई है। वही लगातार सचिव और रोजगार सहायक ने ग्राम पंचायत में भारी घोटाला किया है। जिसमे कई ग्राम पंचायत में सुदूर सड़क और पुलिया और ऐसे अनेक काम नही हुए है। और पेसो का आहरण कर लिया गया है। वही ग्राम वासियों ने बताया है। की रोजगार सहायक ने नैनपुर नगर में प्लाट और ससुराल में भूमि खरीदी हैं। वही सोचने वाली बात है जिसको नामचार का वेतन मिलता हो वह कैसे इतनी संपत्ति खरीद सकता है। खैर जो भी हो क्या जिला और जनपद के अधिकारी कार्यवाही से क्यों डर रहे है। कही ऐसा तो नहीं उनको इस में हिस्सा मिल गया हो !
प्रशासन क्यों नही कर रहा है कार्यवाही
ग्राम पंचायत में ऐसे अनेक हितग्राही भटक रहे है जिनको योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। और मिलता है तो सचिव और रोजगार सहायक पहले दक्षिणा लिए बिना कोई काम नही करते है। अगर कोई ग्राम वासियों ने शिकायक्त किया है तो इतना शिकायत कर्ता के ऊपर बनाते और। मानसिक प्रताड़ना करते है। की शिकायत करने से डरता है। इतने मामले होने के बाद भी सचिव और रोजगार सहायक गरीब आदिवासियों का खुला शोषण भी कर रहा हैं। मगर अब देखना हैं कि इतना बड़ा मामला कही दब कर ना रह जाये।
इनका कहना है...
मेरे घर में बार बार ग्राम पंचायत के मेट और रोजगार सहायक सचिव और गांव के अन्य व्यक्तियों के द्वारा शिकायत वापस लेने का जमकर दवाब बना रहे है। जिस के कारण मेरे द्वारा आज पुलिस थाना में शिकायत की हैं।
मनोज उइके
ग्राम टुमरीटोला
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