रेवांचल टाईम्स - जबलपुर, आम आदमी की समस्याओं को जानने-समझने और जनता का मन भांपने के लिए कांग्रेस की ओर से गांधी चौपालों का कार्यक्रम तैयार किया गया है। प्रदेश में इस तरह की 23 हजार
चौपाल लगाने की योजना है। इसके लिए कवायद जारी है। जबलपुर जिले के चार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों के 421 गांवों में इस तरह की चौपालें लगाई जाएंगी। इनकी शुरूआत भी हो चुकी है।
चौपालों के माध्यम से कांग्रेस आम आदमी की नब्ज टटोलने की कोशिश कर रही है। प्रदेश में कांग्रेस ने 23 हजार पंचायतों को इसके लिए चुना है। जिले में 31 अक्टूबर से गांधी चौपालों का आयोजन शुरू किया जा चुका है। 30 जनवरी तक जिले में 421 गांधी चौपालों के आयोजन का लक्ष्य रखा गया है। जिले के सिहोरा, पनागर और मझौली विधानसभा क्षेत्रों में 100-100 चौपालें लगाएगी। बरगी विधायक संजय यादव ने बरगी क्षेत्र में 121 चौपालों के आयोजन की बात कही है।
कांग्रेस संगठन मौजूदा सरकार का रिपोर्ट-कार्ड जमीनी स्तर से तैयार करना चाह रहा है। पार्टी अपने नेताओं के आत्म विश्वास को भी जांचने की तैयारी में है। ताकि 2023 के समर में किसी प्रकार का मुगालता न रहे। प्रदेश आलाकमान को ज्ञात है कि उसके नेता 'भाई साहब सब ठीक है, अपन सौ प्रतिशत सरकार बना रहे हैं"- वाले हैं। अभी करीब साल भर का वक्त है, इसलिए संगठन की समानांतर टीम को इस काम में लगाकर सत्यता की जांच कराई जा रही है। इसी बहाने सरकार की वो खामियां भी विपक्ष के हाथ लग सकती हैं, जो आमतौर पर उच्च स्तर तक नहीं पहुंच पातीं। चौपाल के दौरान ग्रामीणों को इस बात से भी अवगत कराया जा रहा है कि मौजूदा सरकार किस तरह से गड़बड़ियां कर रही है, जो उनके पास तक नहीं पहुंच पा रहीं। कांग्रेस ग्रामीण क्षेत्रों पर ज्यादा ध्यान दे रही है।
इनका कहना है..
प्रदेश संगठन की ओर से मैदानी स्तर पर संगठन को मजबूत करने और सत्तापक्ष की कमियों को संकलित करने के लिए गांधी-चौपालों का आयोजन हो रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम आएंगे।हमारी टीम लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में गांधी चौपाल के कार्यक्रम आयोजित कर जनता से सीधा संवाद कर रही है।
- दुर्गेश पटेल
समन्वयक,गांधी चौपाल जबलपुर ग्रामीण
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