रेवांचल टाईम्स - नर्मदा मैया शिव की प्यारी बेटी है, पिता और पुत्री का यह नाता अत्यंत ममतामय, प्यारमय है अतः मोक्षदायिनी नर्मदा मैया की परिक्रमा में दोनों की कृपा प्राप्त होती है। अन्य देवी देवताओं का विग्रह मूर्ति विशेष में या मंदिर में ही प्रगट होता है, परंतु नर्मदा मैया सहस्त्रों कोश तक अपनी भुजाएं फैलाये भक्तों पर अनुग्रह करने हेतु नख से शिखा पर्यन्त अपना दिव्य कलेवर फैलाएं रखती हैं। भक्त पग पग पर उनकी झांकी ही नही निहारता बल्कि वह तो परिक्रमा के ब्याज से उनका चिरकालिक अमृतमय जलपान भी करता है। पिता और पुत्री अर्थात भूत भावन भोलेनाथ एवं नर्मदा मैया का अनुग्रह प्राप्त कर लेना ही नर्मदा परिक्रमा का मुख्य उद्देश्य है। यात्रा के संयोजक मुन्ना लाल बर्मन ने बताया कि पिछले 10 वषों की तरह इस वर्ष भी मां नर्मदा तीर्थयात्रा सर्विस जबलपुर, यात्रियों के खानपान और ठहरने की बेहतर व्यवस्था के साथ एयर संस्पेंशन स्लीपर कोच बस द्वारा नर्मदा जी की 19 दिवसीय परिक्रमा करने जा रही है जिसमें यात्रियों को प्रतिदिन रूद्राभिषेक एवं नर्मदा पुराण का श्रवण भी कराया जायेगा। यात्रा के पूर्व ग्वारीघाट नर्मदा उत्तर तट पर श्री रूद्राभिषेक व नर्मदा संकल्प पूजन, नर्मदा पुराण का शुभारंभ,भंडारा पश्चात संत श्री पगलानदं जी महाराज, स्वामी गिरीशानंद जी सरस्वती महाराज,डां, साध्वी संपूर्णा जी, साध्वी शिरोमणि जी एवं श्री तरुण भनोत विधायक पूर्व वित्तमंत्री मध्यप्रदेश शासन, जगतबहादुर सिंह अन्नू महापौर, श्री शरद अग्रवाल प्रदेश संयोजक व्यापारी प्रकोष्ठ भाजपा, श्री शिव पटैल पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा ग्रामीण, डां, सुधीर अग्रवाल महाआरती संस्थापक एवं नर्मदा पंचकोसी परिक्रमा भेड़ाघाट, डां, शिव शंकर पटैल योगाचार्य, ओंकार दुबे महाआरती प्रबंधक ग्वारीघाट, मति शारदा कुशवाहा पार्षद, परिक्रमा वाहन को ध्वज दिखाकर रवाना करेंगे, दोपहर 2 बजे आयोजित कार्यक्रम में परिक्रमावासियों के सम्मान पश्चात परिक्रमा संबंधित प्रकाशित पुस्तक भी भेंट की जावेगी। यात्रा के संयोजक श्री मुन्ना लाल बर्मन ने आगे बताया कि 19 दिवसीय नर्मदा परिक्रमा जबलपुर से प्रारंभ होकर अमरकंटक, महाराजपुर,बरमान, झोतेश्वर, होशंगाबाद, खंडवा, ओंकारेश्वर, श्री प्रकाशा ,राजपीपला, अंकलेश्वर,रेवा सागर संगम, विमलेश्वर,मीठीतलाई,भरुच, करनाली,मांडू, महेश्वर, नेमावर, सलकनपुर, बरमान से वापिस जबलपुर पहुंचेगी, जबलपुर में नर्मदा महाआरती करने पश्चात जल अभिषेक हेतु श्री ओंकारेश्वर पुनः बस जावेगी, वहां ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में जल अभिषेक पश्चात मांधाता पर्वत की परिक्रमा भी की जावेगी, इसके बाद उज्जैन श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, महाकाल कारीडोर दर्शन उपरांत जबलपुर वापिस आकर श्री भगवान सत्यनारायण जी की कथा,हवन, भंडारा, परिक्रमा वासियों को नर्मदा जी की फ्रेमयुकत फोटो देकर सम्मान पश्चात परिक्रमा यात्रा का शुभ समापन होगा ।
Thursday, November 3, 2022

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11 नवंबर को नर्मदा परिक्रमा पर निकलेंगे माँ रेवा के भक्त...
11 नवंबर को नर्मदा परिक्रमा पर निकलेंगे माँ रेवा के भक्त...
रेवांचल टाईम्स - नर्मदा मैया शिव की प्यारी बेटी है, पिता और पुत्री का यह नाता अत्यंत ममतामय, प्यारमय है अतः मोक्षदायिनी नर्मदा मैया की परिक्रमा में दोनों की कृपा प्राप्त होती है। अन्य देवी देवताओं का विग्रह मूर्ति विशेष में या मंदिर में ही प्रगट होता है, परंतु नर्मदा मैया सहस्त्रों कोश तक अपनी भुजाएं फैलाये भक्तों पर अनुग्रह करने हेतु नख से शिखा पर्यन्त अपना दिव्य कलेवर फैलाएं रखती हैं। भक्त पग पग पर उनकी झांकी ही नही निहारता बल्कि वह तो परिक्रमा के ब्याज से उनका चिरकालिक अमृतमय जलपान भी करता है। पिता और पुत्री अर्थात भूत भावन भोलेनाथ एवं नर्मदा मैया का अनुग्रह प्राप्त कर लेना ही नर्मदा परिक्रमा का मुख्य उद्देश्य है। यात्रा के संयोजक मुन्ना लाल बर्मन ने बताया कि पिछले 10 वषों की तरह इस वर्ष भी मां नर्मदा तीर्थयात्रा सर्विस जबलपुर, यात्रियों के खानपान और ठहरने की बेहतर व्यवस्था के साथ एयर संस्पेंशन स्लीपर कोच बस द्वारा नर्मदा जी की 19 दिवसीय परिक्रमा करने जा रही है जिसमें यात्रियों को प्रतिदिन रूद्राभिषेक एवं नर्मदा पुराण का श्रवण भी कराया जायेगा। यात्रा के पूर्व ग्वारीघाट नर्मदा उत्तर तट पर श्री रूद्राभिषेक व नर्मदा संकल्प पूजन, नर्मदा पुराण का शुभारंभ,भंडारा पश्चात संत श्री पगलानदं जी महाराज, स्वामी गिरीशानंद जी सरस्वती महाराज,डां, साध्वी संपूर्णा जी, साध्वी शिरोमणि जी एवं श्री तरुण भनोत विधायक पूर्व वित्तमंत्री मध्यप्रदेश शासन, जगतबहादुर सिंह अन्नू महापौर, श्री शरद अग्रवाल प्रदेश संयोजक व्यापारी प्रकोष्ठ भाजपा, श्री शिव पटैल पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा ग्रामीण, डां, सुधीर अग्रवाल महाआरती संस्थापक एवं नर्मदा पंचकोसी परिक्रमा भेड़ाघाट, डां, शिव शंकर पटैल योगाचार्य, ओंकार दुबे महाआरती प्रबंधक ग्वारीघाट, मति शारदा कुशवाहा पार्षद, परिक्रमा वाहन को ध्वज दिखाकर रवाना करेंगे, दोपहर 2 बजे आयोजित कार्यक्रम में परिक्रमावासियों के सम्मान पश्चात परिक्रमा संबंधित प्रकाशित पुस्तक भी भेंट की जावेगी। यात्रा के संयोजक श्री मुन्ना लाल बर्मन ने आगे बताया कि 19 दिवसीय नर्मदा परिक्रमा जबलपुर से प्रारंभ होकर अमरकंटक, महाराजपुर,बरमान, झोतेश्वर, होशंगाबाद, खंडवा, ओंकारेश्वर, श्री प्रकाशा ,राजपीपला, अंकलेश्वर,रेवा सागर संगम, विमलेश्वर,मीठीतलाई,भरुच, करनाली,मांडू, महेश्वर, नेमावर, सलकनपुर, बरमान से वापिस जबलपुर पहुंचेगी, जबलपुर में नर्मदा महाआरती करने पश्चात जल अभिषेक हेतु श्री ओंकारेश्वर पुनः बस जावेगी, वहां ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में जल अभिषेक पश्चात मांधाता पर्वत की परिक्रमा भी की जावेगी, इसके बाद उज्जैन श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, महाकाल कारीडोर दर्शन उपरांत जबलपुर वापिस आकर श्री भगवान सत्यनारायण जी की कथा,हवन, भंडारा, परिक्रमा वासियों को नर्मदा जी की फ्रेमयुकत फोटो देकर सम्मान पश्चात परिक्रमा यात्रा का शुभ समापन होगा ।
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