दैनिक रेवांचल टाईम्स चौरई - बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक का पर्व मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया। चौरई नगर के प्रसिद्ध दशहरा मैदान में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के विशालकाय पुतले जब धू-धूकर जले तो पूरा स्टेडियम जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा।
यहां आयोजन को लगभग 7 वर्ष हो चुके है जिसका प्राम्भ बब्बी चौरे नगर मण्डल अध्यक्ष द्वारा की गई इसकी जानकारी पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष शैलेन्द्र रघुवंशी के द्वारा दी गई
असत्य पर सत्य की जीत की कामना के साथ विजयादशमी का पर्व शहर से गांव तक उल्लास के साथ मनाया गया चौरई स्टेडियम में शाम देवी जागरण संगीत मय कार्यक्रम का आयोजन रखा गया था इसके लिए मैदान में अलग-अलग जगहों पर खाने पिने के स्टॉल भी लगाए गए ,साथ ही लंका और रावण दरबार बनाये गये थे। श्रीराम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, हनुमान, रावण, कुंभकर्ण समेत अन्य सभी के चरित्र में तैयार छात्रों ने रामायण की जीवंत प्रस्तुति दी।
भीषण युद्ध के बाद आखिरकार दशानन का अंत हुआ और उसके पाप का साम्राज्य समाप्त हो गया। कुंभकर्ण, मेघनाद और रावण वध के बाद उनके पुतलों का दहन किया गया। दशानन के अंत की खुशी में आकर्षक आतिशबाजी हुई।
चौरई के केंद्रीय खेल मैदान पर आयोजित दशहरा मैदान देखने के लिए आसपास के इलाकों से हजारों लोगों का दोपहर बाद से ही आना शुरू हो गया। मंगलवार को शाम पांच बजे मैदान में आने के लिए बने दोनों गेट खुले रखे गए , जिससे विलंब से आए लोग मैदान के भीतर जाने से वंचित न रह जाये । दशहरा मेला के मुख्य अतिथि प्रमुख मुख्य विधायक सुजीत चौधरी, पूर्व विधायक रमेश दुबे, पूर्व विधायक गंभीर सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती पूर्णिमा शरद जैन, जनपद अध्यक्ष श्रीमती सरिता राधेश्याम रघुवंशी, पार्षद नीलू निर्मलकार ने भगवान राम, सीता लक्ष्मण और हनुमान को तिलक लगाकर आरती उतारी तद पश्चात्
संगीतमय देवी गीत की रूपक की प्रस्तुति के बाद श्रीराम ने पुतले का दहन किया। दशहरा मैदान पर भी देवी गीत के बाद रावण के विशालकाय पुतले का दहन हुआ। शहर से लेकर गांव तक कई जगहों पर रावण दहन किया गया।
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