जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक संपन्न
मण्डला 27 अक्टूबर 2022
जिला विकास समन्वय एवं
निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास
राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने निर्देशित किया कि जिले के विकास में वन विभाग
अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। विकास कार्यों के लिए संबंधित विभागों से समन्वय
करें। योजनाबद्ध रूप से कार्य करें। उन्होंने कहा कि जिले की वन संपदा बड़ी संख्या
में बाहर जा रही है, जिससे प्राप्त होने वाली
राशि का निर्धारित अंश जिले के विकास में लगना चाहिए। योजनाओं के बेहतर
क्रियान्वयन के लिए जनप्रतिनिधियों से समन्वय आवश्यक है। जिला योजना भवन में
संपन्न हुई इस बैठक में विधायक मंडला देवसिंह सैयाम, विधायक निवास
डॉ. अशोक मर्सकोले, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ.
संजय कुशराम, उपाध्यक्ष कमलेश तेकाम सहित समस्त नगरपालिका
परिषदों एवं जनपद पंचायतों के अध्यक्ष, कलेक्टर हर्षिका
सिंह, पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह राजपूत सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा
सभी विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित रहे।
श्री कुलस्ते ने कहा कि
वन समितियों को बोनस एवं लाभांश का वितरण समय सीमा में कराएं। कान्हा एवं बफर जोन
में संचालित योजनाओं में स्थानीय लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करें। बिगड़े वनों के
सुधार के लिए योजना बनाएं। उन्होंने रेडम से मलेहरी रोड निर्माण एवं घाट कटिंग
कार्य की स्वीकृति लंबित होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इस कार्य को जल्द
प्रारंभ कराने के निर्देश दिए। जल-जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान श्री कुलस्ते ने
कहा कि योजना के तहत किए जा रहे कार्यों को जल्द पूरा करें। लगातार 3 माह तक शतप्रतिशत घरों में पानी पहुंचने पर ही योजना को पूर्ण मानें। जहां पर
शतप्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है उन ग्रामों का भौतिक सत्यापन कराएं। जल
स्त्रोतों के चिन्हांकन के समय स्थानीय लोगों से भी सुझाव प्राप्त करें। उन्होंने
कहा कि विद्युत के कारण कोई भी नलजल योजना प्रभावित नहीं होनी चाहिए। वरिष्ठ
अधिकारी स्वयं मॉनीटरिंग करें, गुणवत्ता का विशेष ध्यान
रखें। उन्होंने इस संबंध में कार्य एजेंसी की बैठक आयोजित करने के भी निर्देश दिए।
केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री ने निर्देशित किया कि शालाओं के
उन्नयन के समय उसी परिसर को प्राथमिकता दें। अमृत सरोवर की समीक्षा के दौरान श्री
कुलस्ते ने कार्यस्थलों पर सूचनापटल लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि
खाद्यान्न वितरण की मॉनीटरिंग को प्रभावी बनाएं। विधायक मंडला देवसिंह सैयाम ने
विकास कार्यों के संबंध में अपनी बात रखी। विधायक निवास डॉ. अशोक मर्सकोले ने
शालाओं के विद्युतीकरण कार्य को गति देने की बात कही। उन्होंने कहा कि संबंधित
विभाग आपस में समन्वय कर कार्य को जल्द पूर्ण करें। जनहित के कार्यों को सर्वोच्च
प्राथमिकता प्रदान करें। जिले में रोजगार उपलब्ध कराने की दृष्टि से लकड़ी पर
आधारित औद्योगिक इकाईयाँ लगाई जाएं। नर्मदा किनारे किए जा रहे पौधरोपण में स्थायी
पौधों को प्राथमिकता प्रदान करें। बिगड़े हेंडपंपों को चिन्हित कर उन्हें जल्द से
जल्द सुधारने की कार्यवाही करें। बैठक में विधायक निवास ने एम्बूलेंस क्रय करने के
संबंध में भी अपनी बात रखी। जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम ने साल-बीज खरीदी को
आजीविका से जोड़ने की बात कही।
मोहगांव प्रोजेक्ट के
डीएम को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश
बैठक में बिना सूचना
अनुपस्थित रहने पर केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री श्री कुलस्ते
ने मोहगांव प्रोजेक्ट के डीएम को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। जिला
विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक जिले के विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण
बैठक होती है। संबंधित अधिकारियों का गैर जिम्मेदाराना रवैय्या कतई बर्दाश्त नहीं
किया जाएगा। भविष्य में सक्षम अधिकारी ही बैठक में उपस्थित रहें। उन्होंने मोहगांव
प्रोजेक्ट के तहत किए गए कार्यों की जांच क्षेत्रीय विधायक, जनपद अध्यक्ष एवं वन मंडलाधिकारी की टीम से कराने के निर्देश दिए।
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