रेवांचल टाईम्स - मण्डला आखिरकार अभी तक राजीव गांधी शिशु पालना केन्द्रों की कार्यकर्ताओं को कई साल का भुगतान शासन-प्रशासन की लापरवाही की वजह से नहीं मिल पाया है। बिना वेतन के कार्यकर्ताएं केन्द्रों का संचालन कर रहीं हैं। ज्ञात हो कि आदिवासी बाहुल्य मण्डला जिले में अनुदान पर शिशु पालना केन्द्रों का संचालन हो रहा है, जिनका संचालन पूर्व में भारतीय आदिम जाति सेवक संघ नई दिल्ली की प्रांतीय शाखा महाराजपुर द्वारा किया जा रहा था। इनके द्वारा भी कई साल का भुगतान कार्यकर्ताओं को नहीं किया गया है, इसी तरह वर्तमान में जो दूसरी स्वयंसेवी संस्थाएं शिशु पालना केन्द्रों का संचालन कर रहीं हैं, इनके माध्यम से भी पोषण आहार वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार संबंधित स्वयंसेवी संस्थाओं का कहना है कि सरकार से अनुदान की राशि नहीं मिल पा रही है। इस संबंध में शिकायत हो रही है लेकिन निराकरण नहीं हो रहा है। शासन-प्रशासन द्वारा शिकायतकर्ताओं की शिकायत पर सही कार्यवाही नहीं की जा रही है। सरकार बेहोशी का परिचय दे रही है और शिशु गृह पालना केन्द्रों को अनुदान देने में लापरवाही बरत रही है। सरकार से ध्यान देने अपील की गई है।
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