दैनिक रेवांचल टाईम्स - सिवनी विकासखंड के ग्राम पंचायत कारीरात जिला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर की दूरी पर सरपंच पति की मनमर्जी से परेशान हैं ग्रामीण नहीं होने देते ग्राम सभा की बैठक हाल ही में विवादों से घिरी ग्राम पंचायत कारीरात में कुछ दिन पूर्व पंचायत के दस्तावेजों की चोरी को लेकर सुर्खियों में बना हुआ था।
2 अक्टूबर को गांधी जयंती के उपलक्ष में ग्राम सभा की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें ग्रामीणों द्वारा टैंकर और मोटर के बारे में पूछा गया तो सरपंच पति ग्रामीणों पर भड़क उठे म.प्र. शासन ने पंचायत राज्य संस्थान को मजबूत करने के उद्देश्य से और निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों को बिना किसी दबाव में कार्य करने में सक्षम बनाने के लिए कानून बना दिया है कि पंचायतों मे निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों के पति या अन्य सगे संबंधी यदि हस्तक्षेप करते पाए जाते हैं तो उन प्रतिनिधियों को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा और प्रतिनिधि को बर्खास्त कर दिया जाएगा। परंतु सिवनी जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रदेश शासन के आदेश का पालन करवाने में कमजोर साबित हो रहे हैं ।अनेक ग्राम पंचायतों में आज भी महिला सरपंचों के प्रति हस्तक्षेप ही नहीं बल्कि ग्रामीणों के साथ गुंडागर्दी कर रहे हैं। ऐसा एक मामला सिवनी जनपद के ग्राम पंचायत में सामने आया है, जहां सरपंच पति ने गांधी जयंती पर आयोजित ग्राम सभा में जमकर उत्पात किया और ग्रामीणों के साथ गुंडागर्दी की ग्रामीणों को पुलिस को सूचना देना पड़ा जब ग्राम सभा में पुलिस पहुंची तब जाकर मामला ठंडा पड़ा परंतु ग्रामीण जिस विषय को लेकर कार्यवाही चाह रहे थे उस पर प्रस्ताव ही नहीं बन पाया ।सचिव, सरपंच पति की गाली गलौज से ही पूरी कार्यवाही के दौरान परेशान रहे और ग्राम सभा और पंचायत की बैठक स्थगित कर अगली तारीख तय की गई और ग्रामीणों को बताया गया कि अब 8 अक्टूबर को ग्राम सभा और पंचायत की बैठक होगी।
सचिव, संतोष सनोडिया ने बताया कि,2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर ग्राम सभा थी पर मोटर, टेंकर को लेकर ग्रामीणों और सरपंचपति के बीच विवाद को देख कर हमारे द्वारा लखनवाड़ा थाना से 4–5 पुलिस कर्मी को बुलाया गया था तब जाकर ग्रामीणों को समझाया जा सका और ग्राम सभा की बैठक को बाद में करने की बात कही गई।
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