स्टोन क्रेशर बढ़ा रहे पर्यावरण प्रदूषण का ग्राफ, सरकार नहीं दे रही ध्यान, अवैध तरीके से चल रहे कई स्टोन क्रेशर... - revanchal times new

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Thursday, October 6, 2022

स्टोन क्रेशर बढ़ा रहे पर्यावरण प्रदूषण का ग्राफ, सरकार नहीं दे रही ध्यान, अवैध तरीके से चल रहे कई स्टोन क्रेशर...





रेवांचल टाईम्स - मण्डला,पर्यावरण प्रदूषण का ग्राफ कम होने की बजाय दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। सभी जबावदारों द्वारा प्रदूषण को रोकने के लिए कोई परिणामकारी प्रयास नहीं किये जा रहे हैं, सिर्फ पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। जिला मुख्यालय में ही मप्र की जीवन रेखा मां नर्मदा का जल दिनों-दिन प्रदूषित होता जा रहा है। गंदे नालों का पानी आज भी मां नर्मदा के जल में समाहित हो रहा है। इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पन्नी, प्लास्टिक पर रोक लगाने की बात कही जा रही है, जिस पर सरकार स्वयं कोई सख्त कार्यवाही नहीं कर रही है। जबकि प्लास्टिक पर न्यायालय द्वारा भी प्रतिबंध लगाया गया है। इन सब के बावजूद धड़ल्ले से पन्नी, प्लास्टिक का विक्रय व उपयोग सरकार के ही संरक्षण में हो रहा है। हरे-भरे वृक्ष काटे जा रहे हंै और स्टोन क्रेशर से उडऩे वाली धूल पर्यावरण को प्रदूषित करने में पूरा योगदान दे रही है। अवैध तरीके से स्टोन क्रेशर चल रहे हैं। स्थल पर डस्ट आरेस्टर नहीं लगाया जा रहा है, जिसकी वजह से धूल उड़ रही है और उपजाऊ भूमि को बंजर बना रही है, साथ में मानव स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है। जानकारों की मानें तो जो धूल उड़ती है उसके संपर्क में आने वाले नागरिक श्वास के माध्यम से शरीर के अंदर धूल निगलते हैं, जिसकी वजह से कई बीमारी से पीडि़त होना पड़ता है। इस तरह से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है और सिर्फ पन्नी, प्लास्टिक पर ध्यानाकर्षण करने का पांखण्ड किया जा रहा है, जिससे अधिकांश लोग यह मान रहे हैं कि सिर्फ एक कारण को दूर करने की बात कही जा रही है। जबकि उक्त सभी कारणों को दूर किया जाना चाहिए जिनकी वजह से पर्यावरण प्रभावित हो रहा है। जनापेक्षा है पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए हकीकत के धरातल में कार्य किये जायें।

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