कलेक्टर ने किया जिला
चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण
मण्डला 19 अक्टूबर 2022
कलेक्टर हर्षिका सिंह ने जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण
करते हुए व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने सभी वार्डों का भ्रमण करते हुए
व्यवस्थाओं में सुधार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि चिकित्सक अपना
सर्वश्रेष्ठ देते हुए प्रत्येक मरीज का बेहतर उपचार करें। भ्रमण के दौरान मुख्य
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. श्रीनाथ सिंह सहित संबंधित उपस्थित रहे।
जिला चिकित्सालय के भ्रमण के दौरान कलेक्टर ने मरीजों के
पंजीयन प्रक्रिया के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सहायता केन्द्र को
उपयोगी बनाएं। भर्ती मरीजों की सूची सहायता केन्द्र में उपलब्ध रहनी चाहिए। सहायता
केन्द्र लोगों के लिए वास्तव में सहायक बन सके। चिकित्सालय के प्रवेशद्वार के निकट
भवन का नक्शा एवं फ्लोर प्लान प्रदर्शित करें। भवन का बेहतर उपयोग करें। मरीजों के
अटेंडर के लिए भवन के बाहर डोरमेटरी निर्माण की योजना तैयार करें।
बच्चा वार्ड के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर हर्षिका सिंह ने
निर्देशित किया कि बच्चों की रूचि को ध्यान में रखते हुए वार्ड में आकर्षक
रंग-रोगन कराएं,
आकर्षक चित्र लगाएं। शिशु वार्ड के निरीक्षण के दौरान
कलेक्टर ने कहा कि बच्चों की माता की हीमोग्लोबिन की जांच कराएं तथा जरूरत के
अनुसार उपचार प्रदान करें। नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई के निरीक्षण के दौरान
कलेक्टर ने नर्सों की रिफ्रेशर ट्रेनिंग कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर हर्षिका
सिंह ने निर्देशित किया कि ओपीडी एवं आकस्मिक चिकित्सा यूनिट को सशक्त बनाएं।
टीएमटी मशीन चालू कराएं। ओपीडी में आने वाले मरीजों से जानकारी लेते हुए उनका भी
पात्रतानुसार आयुष्मान पंजीयन करें। कलेक्टर ने भ्रमण के दौरान दवाईयों की
उपलब्धता के संबंध में भी जानकारी ली।
सफाई एवं बिस्तरों की व्यवस्था
पर ध्यान दें
भ्रमण के दौरान वार्डों में लगाए गए बिस्तरों में साफ चादर
न होने पर कलेक्टर हर्षिका सिंह ने नाराजगी व्यक्त करते हुए व्यवस्थाओं में तुरंत
सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी बिस्तर में गंदा चादर मिलने
तथा परिसर में समुचित सफाई की व्यवस्था नहीं होने पर हर स्तर पर जिम्मेदारी
निर्धारित की जाएगी। उन्होंने अस्पताल परिसर रंग-रोगन कराने तथा सफाई के लिए विशेष
अभियान संचालित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल परिसर, बरामदा, सीढ़ी एवं वार्डों में पौधों की समुचित व्यवस्था करें।
मौतों की जांच कर दोषियों पर
कार्यवाही करें
बाल गहन चिकित्सा इकाई के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर
हर्षिका सिंह ने प्रत्येक बच्चे के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर द्वारा पूछे
जाने पर उपस्थित चिकित्सकों ने बताया कि अक्टूबर माह में अब तक वार्ड में भर्ती 5 बच्चों की मृत्यु हुई है। उन्होंने बताया कि इन सभी बच्चों को विलंब से जिला
चिकित्सालय भेजा गया। विषय को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर हर्षिका सिंह ने मुख्य
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी बच्चों के मौत के कारणों
की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। यदि सामुदायिक अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य
केन्द्र से जिला चिकित्सालय के लिए रेफर करने में विलंब हुआ है तो संबंधितों पर
सख्त कार्यवाही की जाएगी तथा उपचार में लापरवाही पाए जाने पर संबंधित चिकित्सक पर
कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने संबंधित बीएमओ तथा एएनएम को कारण बताओ नोटिस जारी
करने के भी निर्देश दिए।
जल्द चालू करें सीटी स्केन मशीन
जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने सीटी
स्केन मशीन का भी अवलोकन किया। उन्होंने मौजूद चिकित्सकों से सीटी स्केन के
इंस्टॉलेशन के संबंध में जानकारी लेते हुए जल्द से जल्द मशीन प्रारंभ करने के
निर्देश दिए। कलेक्टर ने एक्सरे एवं सोनोग्राफी मशीन के संबंध में भी जानकारी ली।
पैथोलॉजी के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कहा कि जिला चिकित्सालय में जो भी जांच
संभव हैं, की जाएं। जांच की रिपोर्ट समय पर उपलब्ध कराएं।
No comments:
Post a Comment