रेवांचल टाईम्स - आदिवासी मंडला जिले जहाँ लोगो के पास काम रोजगार न के कारण आज युवा वर्ग के लोग नशा और सामाजिक बुराई को अपना रहे है जिसका फ़ायदा सीधे पुलिस विभाग के आला अधिकारियों और जिम्मदारो को हो रहा है आये दिन मीडिया अपने समाचार पत्रों से इन्हें अवगत करा रही पर ये कुंभकरणी नीद में सोने का बहाना कर रहे है मतलब सब जान कर अनजान बन रहे है गरीब और गरीब हो रहा पर इन्हें क्या इनको क्या विकास खंड नैनपुर की, जहाँ इन दिनों 52 पत्तों का खेल बहुत जोर शोर से चल रहा है, नैनपुर क्षेत्र अंतर्गत बालाघाट रोड़ पर नड्डा फैक्ट्री के पीछे खुलेआम करोड़ों का जुआ फड़ संचालित हो रहा है तो वहीं नैनपुर के आसपास जिले डिंडोरी, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छत्तीसगढ़ सहित अन्य जगहों से जुआड़ी अपना जोर आजमाने आ रहे है । एक दिन में लाखों रुपये की नाल काटी जा रही है, स्थानीय पुलिस का पूरा संरक्षण होने के कारण जुआरियों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं । जुआरियों को पुलिस का कोई डर नहीं है, वे बेबाकी से 52 पत्तों के खेल को संचालित कर रहे है। वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नैनपुर के सभी जिम्मेदार शासन प्रशासन में बैठे अधिकारी, कर्मचारियों को हप्ता महीना के हिसाब से सेट किया गया है। जानकारी के अनुसार नैनपुर में काफी समय से नड्डा फैक्ट्री के पीछे, बालाघाट रोड़ में खुलेआम जुआ खिलाया जा रहा है। जानकारी मुताबिक सिवनी और नैनपुर के पार्टनर मिलकर करोड़ों का जुआं संचालित करते हैं। यहां खिलाए जा रहे जुआं में एक बैठक की नाल लाखों में हो रही है। जहाँ पर जुआड़ियों को सुबह से रात्रि तक भोजन, पानी, पान, बीड़ी, सिगरेट, गुटका, शराब हर चीज की व्यवस्था दी जाती है। जहाँ दूर दराज से आये जुआड़ियों का जमघट लगा रहता है वहां पर उनके लिए दारू मुर्गा एवं ऐसो आराम की सभी चीजें मुहय्या कराई जाती है, पड़ोसी जिले और गाँव से लोग रोज अपना भाग्य आजमाने यहां आते रहते है, और जुएं की लत एवं लालच के चक्कर में अपनी जीवन गाढ़ी कमाई जुए में हार कर बर्वाद हो रहे हैं। थाने में पदस्थ सभी अधिकारी कर्मचारी को इस बात की जानकारी है परंतु जुआड़ियों पर कार्यवाही क्यों नही हो रही है।
वही आये दिन खबरें जब मीडिया की सुर्खियो में आती है तो कुछ समय के पुलिस विभाग द्वारा उन्हें मना करते हुये बन्द करते हुए यह खेल शांत कर दिया जाता है, पर क्या जुआड़ियों की नाल काटना वाला और पुलिस विभाग बिना पैसों के रहा सकते है और जैसे ही मीडिया से ख़बरें कम होती हुई दिखाई देती हैं तो इन जुआड़ियों के हौंसले वापस से बुलंद हो जाते हैं। इसमें एक कहावत भी सत्य होती नजर आती हैं।
कि जब सईंया भये कोतवाल तो डर काहे का । वही कुछ समय पहले ही नैनपुर में चल रहे 52 पत्तों के खेल को लेकर आये दिन रेवांचल टाईम्स समाचार पत्र एव वेव पोर्टल में प्रमुखता से ख़बरे उठाई थी, पर जिस विभाग को कार्यवाही करना है वह उन जुआंडियों पर कार्यवाही न करते हुए उन्हें संरक्षण दे रहे है इसके की वजय की पीछे की जनचर्चा तो बड़ी तेज हो चुकी है। और कुछ दिनों यह खेल अब पुनः नैनपुर के वार्ड नं 4 और वार्ड नं 14 नड्डा फैक्ट्री के पीछे संचालित हो रहा है। जाने कहा से जुआड़ी नैनपुर पहुँच रहे है जिसके चलते स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । नैनपुर के नाराज़ स्थानीय लोगों में आक्रोश पनप रहा है, लोगों की मांग है कि ऐसे असामाजिक तत्वों पर तत्काल कार्यवाही की जाए, जिससे नगर का माहौल खराब ना हो। जुआ खेलने वालों के बीच आए दिन विवाद भी होता है इससे किसी बड़ी घटना होने की संभावना भी बनी रहती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज भी देर रात तक लाखो का दाँव जुआ फड़ संचालित होगा। अब यह देखना बाकी है कि क्या खुलेआम संचालित कर रहे जुआ फड़ के मालिको पर कार्यवाही होती है या फिर उन्हें आगाह किया जाता है।
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