दैनिक रेवांचल टाइम्स - मप्र शासन के आधिकारिक फेसबुक पेज पर महाविद्यालय व प्रभारी की हुई प्रशंसा शासकीय महाविद्यालय अंजनिया एवं उसके प्रभारी की राज्य
स्तर से प्रशंसा हुई है और इसे रोल मॉडल मानते
हुए मध्यप्रदेश के अन्य महाविद्यालयों को इससे
सीखने के लिए संदेश दिया गया है। इस उपलब्धि
के लिये प्रभारी प्राचार्य प्रतीक श्रीवास्तव ने इसके लिए सम्पूर्ण महाविद्यालय स्टॉफ एवं विद्यार्थियों को इसका श्रेय दिया है। उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद
कॅरियर मार्गदर्शन योजना, उच्च शिक्षा विभाग,
देर मध्यप्रदेश शासन ने अपने आधिकारिक फेसबुक
पेज पर एक पोस्ट के माध्यम से हमारे प्रयासों
और निरंतरता को रेखांकित करते हुए इसकी प्रशंसा की गई है। योजना के राज्यस्तरीय
निदेशक डॉ उमेश कुमार सिंह और उपनिदेशक डॉ
गोविंद राय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए
प्रभारी प्राचार्य एवं स्टॉफ ने और अधिक परिश्रमपूर्वक कार्य
करने का संकल्प लिया। गौरतलब है कि शासकीय महाविद्यालय अंजनिया वर्ष 2018 में स्थापित एक छोटा सा वर्तमान में संसाधन रहित महाविद्यालय है जिसमें क्लर्क, चपरासी व रेगुलर स्टॉफ की भारी कमी है। इसके बाबजूद प्रभारी एवं उनके समस्त स्टॉफ ने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
अंजनिया महाविद्यालय एवं उसके प्रभारी प्रतीक श्रीवास्तव के किये जा रहे प्रयासों को राज्य के
अन्य महाविद्यालयों को भी इसे अपनाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग के कॅरियर योजना द्वारा
निर्देशित किया गया है।
यह लिखा है फेसबुक पेज पर : शासकीय महाविद्यालय अंजनिया आकार की दृष्टि से अवश्य छोटा कहा जा सकता है लेकिन अपनी सक्रियता, कुशलता और समर्पण और प्रतिबद्धता के कारण डा प्रतीक श्रीवास्तव जो पहले हमारी योजना के टीपीओ थे अब प्रभारी प्राचार्य हैं ने चाहे जैविक कृषि संबंधी प्रशिक्षण जो फरवरी-मार्च २१ में हुये आनलाईन अल्पावधि रोजगार प्रशिक्षण से वंचित रहे विद्यार्थियों हेतु उन्होंने आयोजित करा कर लाभान्वित कराया । व्यक्तित्व विकास हेतु संतों से उद्बोधन कराये । कोविड जागरूकता हेतु ब्रोशर तैयार कर सारे महाविद्यालयों से जुडे विद्यार्थियों हेतु लाभान्वित कराने का प्रयास किया । औद्यौगिक भ्रमण, उद्यमिता शिविर और नियमित गतिविधियों का सतत आयोजन कराते हैं । हमेशा ही उनके प्रयास बडे होते हैं । वे सदैव अपने महाविद्यालय के विद्यार्थियों के लिये कौशल विकास के अवसरों को बनाते हैं । उनका व्वहार बहुत मृदु है । कम ही लोग होते हैं जो डा प्रतीक श्रीवास्तव की तरह अपने सद्व्यवहार की छाप अवश्य छोडते हैं । लगन और प्रयास का पाठ का अनुकरण महाविद्यालय अंजनिया महाविद्यालय और डा श्रीवास्तव से सीख सकते हैं उनके महाविद्यालय और उन्हें शुभकामनाएं ।
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