रेवांचल टाईम्स: हिंदू धर्म में न जानें ऐसी कितनी तिथियां हैं जिनका व्रत रखने से जीवन में सुख, संपत्ति, यश, वैभव, ऐश्वर्या आदि की प्राप्ति हो सकती है. उन्हीं में से एक है अमावस्या की तिथि. आषाढ़ महा की अमावस्या पितरों को समर्पित है. इस दिन पितरों के लिए तर्पण और श्राद्ध क्रम के लिए विशेष पूजा की जाती है. ऐसे में इस दिन पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करके स्नान दान और तर्पण किया जाता है. आषाढ़ अमावस्या के दिन व्रत रखने के कुछ नियम होते हैं, जिनके बारे में पता होना जरूरी है. आज का हमारा लेख उन्हीं नियमों पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि आषाढ़ अमावस्या पर कौन से नियम रखे जा सकते हैं. पढ़ते हैं आगे…
आषाढ़ अमावस्या शुभ मुहूर्त
आषाढ़ माह की शुरुआती तिथि – 15 जून
आषाढ़ माह की अमावस्या तिथि की शुरुआत – 28 जून, 2022 दिन मंगलवार समय 5:52 मिनट
आषाढ़ माह की अमावस्या तिथि का समापन – 29 जून, 2022 दिन बुधवार समय 8:21 मिनट
आषाढ़ अमावस्या के व्रत नियम
नोट – इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है.रेवांचल टाईम्स इसकी पुष्टि नहीं करता है. अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से संपर्क करें.
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